- 1912 का कार्य तेज, निवारण समय में भी आई कमी
इंदौर। बिजली कंपनी के हाईटेक काल सेंटर 1912 के माध्यम से उपभोक्ताओं की मदद की जा रही है। कंपनी ने काल सेंटर पर आने वाली शिकायतों को दर्ज करने के लिए बात करने के अलावा इट्रेक्टिव वाइस रिस्पांस प्रणाली(आईवीआर) भी लागू कर रखी है। कर्मचारी से बात करे बगैर आईवीआर पर मात्र दस से पंद्रह सेकंड में शिकायतें दर्ज हो रही है। निवारण भी पहले की तुलना में कम समय में हो रहा है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्यमहाप्रबंधक श्री रिंकेश कुमार वैश्य ने बताया कि प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर के आदेश पर उपभोक्ता सुविधाओं को सतत ही हाईटेक किया जा रहा है। इसी क्रम में काल सेंटर 1912 को भी पहले से एडवांस तकनीक से लैस किया गया है। काल सेंटर पर कर्मचारी से बात करे बगैर भी आईवीआर प्राणाली से 1 नंबर बटन दबाकर आपूर्ति संबंधी व अन्य शिकायतें दर्ज हो रही है। पिछले चौबीस घंटे में आईवीआर के माध्यम से 15 जिलों में कुल 1300 शिकायतें दर्ज हुई है। इसमें मुख्य रूप से इंदौर से 635, उज्जैन से 272, रतलाम से 64, धार से 65, देवास से 37 शिकायतें दर्ज हुई है। इन सभी शिकायतों का समाधान तेजी से किया गया है। मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि आईवीआर पर मात्र दस से पंद्रह सेकंड में शिकायतें दर्ज हो जाती है, न तो वेटिंग की नौबत आती है, न हीं बात समझाने की या जानकारी दर्ज कराने की। मात्र उपभोक्ता का आईवीआरएस नंबर दर्ज करना होता है, इसके बाद 1 नंबर बटन दबाते ही शिकायत दर्ज हो जाती है। इसका मैसेज भी मोबाइल पर पहुंच जाता है। आईवीआर से न केवल उपभोक्ता बल्कि बिजली कंपनी के कर्मचारियों का समय भी बच रहा है। इस बचत से समस्या, शिकायत निवारण में पहले की तुलना में निवारण समय में भी कमी आई है। मुख्य महाप्रबंधक श्री वैश्य ने बताया कि काल सेंटर पर उपभोक्ता सेवाओं के लिए दर्जनों कर्मचारी चौबीस घंटे तैनात है, इसके साथ ही स्वचलित आईवीआर है। साथ ही काल बैक रिक्वेस्ट सुविधा भी दी गई है।
इंदौर
बात करे बगैर भी सैकंडों में दर्ज हो रही बिजली संबंधी शिकायतें
- 28 Apr 2022