कांग्रेस- ये शिव भक्ति का ढोंग, जानकारों ने कहा यहां स्मारक
इंदौर। बोलिया सरकार को लेकर इंदौर में राजनीति गरमा गई है। इंदौर की विधानसभा-3 से भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने यहां बने शिव मंदिर को खोलने के लिए पुरातत्व विभाग को पत्र लिखा है। कांग्रेस ने विधायकी के 4 साल बाद इसकी याद आने पर सवाल उठाए हैं। इधर, इंदौर के इतिहास को जानने वालों के मुताबिक यह चिमनजी राव अप्पा बोलिया सरकार का स्मारक है। राजा-महाराजाओं के स्मारक पर आप किसी भी छत्री पर देखे तो वहां शिव लिंग, नंदी और महाराज की प्रतिमा देखने को मिलेगी।
विधायक आकाश विजयवर्गीय ने पुरातत्व विभाग को पत्र लिखा है। लिखा कि मेरी विधानसभा क्षेत्र क्रं. 3 के अंतर्गत श्रीकृष्ण टॉकिज के पास बोलिया सरकार की छत्री में एक प्राचीन शिव मंदिर बना हुआ है। यह प्राचीन मंदिर कई वर्षों से पुरातत्व विभाग के पास है। क्षेत्र के लोग लगातार मंदिर को खोलने का अनुरोध कर रहे हैं। इसलिए इस शिव मंदिर को जल्द खोला जाए।
विधायकी के चार साल बाद आई याद
एमपीसीसी के प्रदेश प्रवक्ता व सचिव नीलाभ शुक्ला ने भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय पर निशाना साधा। उन्होंने कहा बोलिया समाधी पर बने शंकर मंदिर को खुलवाने की याद विधायक बनने के चार साल बाद क्यों आई? जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार है। अपनी असफलताओं को छुपाने और मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह शंकर भक्ति का स्वांग रचा जा रहा है।
इंदौर के इतिहास को जानने वाले बताते है कि चिमनजी राव अप्पा बोलिया का यह स्मारक 1858 में बना है। यह मंदिर नहीं स्मारक है। इंदौर की किसी भी छत्री पर देखे तो वहां राजा-महाराजाओं के स्मारक ही हैं या कहें कि दहन स्थल हैं। इन स्मारक में संबंधित राजा-महाराजाओं की प्रतिमा, शिवलिंग और नंदी होते हैं। चिमनजी राव अप्पा बोलिया सरकार भगवान को शिव को मानने वाले थे। उनके दाह संस्कार के बाद वहां भगवान शिव को विराजित किया गया। आसपास के लोगों ने बताया कि बोलिया सरकार की छत्री का रिनोवेशन का काम चल रहा था।
इंदौर
बोलिया सरकार छत्री पर गरमाई राजनीति- विधायक ने मंदिर खोलने के लिए पुरातत्व विभाग को लिखा पत्र
- 18 May 2022