सात साल पहले बदमाशों ने दिया था वारदात को अंजाम, दो टीम गठित
इंदौर। सात साल पहले कनाडिय़ा क्षेत्र में कविता रैना की हत्या हो गई थी। इस बहुचर्चित मामले में कई बड़े अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच की थी। करीब पंद्रह दिन की जांच के बाद महेश नामक युवक को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। आरोपी को कुछ माह बाद कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया था। अब इस प्रकरण की फाइल दोबारा खोली जाएगी। मामले की जांच के लिए डीसीपी क्राइम ब्रांच ने दो टीमें गठित की है। एडिशनल सीपी राजेश हिंगनकर ने बताया कि 10 साल पुराने अंधेकत्लों का पर्दाफाश किया जाना प्राथमिकता में शामिल है। इसी क्रम में सबसे ऊपर कविता रैना हत्याकांड को रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, सात साल पहले 26 अगस्त 2015 काको मित्रबंधु नगर में रहने वाली कविता अपनी एक्टिवा से बच्चों को स्कूल लेने गई थी। जब वह काफी देर तक वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। रात होने पर कनाडिय़ा थआने में गुमशुदगी दर्ज कराई। घटना के दूसरे दिन पुलिस को बंगाली चौराहा और तीन इमली चौराहा के आसपास एक बोरे में कविता रैना के छोटे-छोटे टुकड़े मिले थे। मामले की तह तक जाने पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे खंगाले, मुखबीर सक्रिय किए। हर अधिकारी ने अपने स्तर पर गहन जांच पड़ताल की। काफी मशक्कत के बाद तत्कालीन डीआईजी संतोष कुमार ने कनाडिय़ा में रहने वाले महेश को पकड़ा था। महेश ने पूछताछ में बताया था कि प्रेम प्रसंग के चलते उसने हत्या कारित की थी। घटना के बाद शव के टुकड़े फेंककर वह एक्टिवा को रेलवे स्टेशन स्थित पार्किंग पर रखकर चला गया था।
कई अन्य मामले भी
शहर में कई अन्य मामले भी है, जिनकी पहचान तक नहीं हो सकी है। करीब चार माह पहले खजराना थाना क्षेत्र में युवती की अधजली लाश, हातोद में युवक की लाश, एरोड्रम में बदमाश की हत्या, खुडैल थाने के कंपेल में महिला की जंगल में मिली लाश के मामले में पुलिस अभी तक खाली है। इन मामलों में अब तक पुलिस मृतकों की शिनाख्त तक नहीं कर पाई है।
इंदौर
बहुचर्चित कविता रैना हत्याकांड की फिर खुली फाइल
- 20 May 2022