इंदौर। एक हफ्ते में मीजल्स के 16 केस सामने आए हैं जिनमें से एक 11 साल के बच्चे की मौत हो गई। इन केसों में एक रूबेला का भी है। चौंकाने वाली बात यह कि जिस बच्चे की मौत हुई है उसके सहित 14 बच्चों ने मीजल्स की वैक्सीन नहीं लगाई थी। जिन दो बच्चों को वैक्सीन लगी है उनका भी सिंगल डोज ही लगाया गया था। इसके अलावा अन्य 10 बच्चों के भी सैंपल टेस्टिंग के लिए भोपाल भेजे गए हैं। अहम यह कि शहर में लगातार मिल रहे मीजल्स के केसेस ने वैक्सीनेशन अभियान पर सवाल उठा दिए हैं। मामले में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने गुरुवार को इसे लेकर बैठक ली और जिले में वैक्सीनेशन व जन जागरण अभियान के निर्देश दिए।
दरअसल 2020-21 में कोरोना संक्रमण के चलते मीजल्स-रूबेला के वैक्सीनेशन का अभियान सही तरीके से नहीं चल पाया था। इसके चलते 2022 में इस पर खास जोर दिया गया। दिसम्बर 2022 में अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान ने इसे लेकर स्टेट टास्क फोर्स कमेटी बनाई थी। भोपाल में हुई एक बड़ी बैठक में प्रदेश को मीजल्स-रूबेला से मुक्त करने के लिए दिसम्बर 2023 तक वैक्सीनेशन अभियान चलाना तय किया गया था। इसमें 9 माह से 5 वर्ष तक के आयु के बच्चों को ये वैक्सीन लगाए जाना है। इस अभियान में मुख्य रूप से स्वास्थ्य, महिला-बाल विकास, शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग के अधिकारियों की जवाबदेही तय की गई। इधर, इंदौर में इस साल के दूसरे माह में ही अब तक 16 बच्चों में मीजल्स पाए गए। ये बच्चे खजराना, सम्राट नगर, चंदन नगर क्षेत्र के हैं। इन सभी की हालत ठीक है और घरों में हैं जबकि 10 बच्चों के सैंपल भोपाल भेजे गए हैं जिनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
कलेक्टर ने ली बैठक
गुरुवार को कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. ने इसे लेकर बैठक ली। उन्होंने बताया कि मीजल्स एवं रूबेला से मुक्ति के लिए वैक्सीनेशन एवं जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में समाज के हर वर्ग, हर धर्म, हर जाति, जनप्रतिनिधियों, स्वयसेवी संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। कलेक्टर ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस बीमारी से बचने के लिए अपने-अपने बच्चों का वैक्सीनेशन अवश्य करवाएं। यह इस बीमारी से बचाव का बेहतर माध्यम है।़ वर्तमान मौसम में इस बीमारी के फैलने की आशंका रहती है। उन्होंने निर्देश दिए कि दल बनाकर प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया जाए।। लोगों को बीमारी से बचाव के संबंध में लगातार जागरूक करें। वंचित बच्चों को टीके लगवाये। बैठक में शहर काजी डॉ .इशरत अली ने आग्रह किया कि वैक्सीनेशन अवश्य करवाया जाएं। इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
इंदौर
मीजल्स- 14 बच्चों को नहीं लगी थी वैक्सीन; एक बच्चे में रूबेला भी
- 17 Feb 2023