भोपाल। उपचुनाव भले ही चार सीटों पर हो रहा है, लेकिन बीजेपी इसे आम चुनाव की तरह ही लड़ रही है। हर सीट पर 4-5 मंत्रियों का डेरा है। इनमें से दो-तीन मंत्री पर को बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। डर है कि कहीं मंत्री निपटा न दें, इसलिए इनके साथ संगठन के पदाधिकारियों को अटैच किया गया। सूत्र बताते हैं कि अब मंत्रियों पर जासूसों की नजर है। ये जासू खबरी पल-पल की जानकारी जुटा रहे हैं। कि मंत्री किससे मिल रहे हैं, क्या कर रहे हैं। बंद कमरों में किसके साथ बैठक कर रहे हैं। फील्ड में कितना घूम रहे हैं।
सुना है कि एक मंत्री चुनाव प्रचार में कम, पार्टियां करने में ज्यादा व्यस्त हैं, जबकि उन्हें संगठन ने भितरघात रोकने जैसी अहम जिम्मेदारी दी है। जब यह जानकारी सरकार तक पहुंची तो उनके पीछे जासूस छोड़ दिए गए हैं। इस मंत्री के बारे में यह भी फीडबैक आया कि वे विरोधियों से भी मेल-मुलाकात कर रहे हैं। अब देखना है कि इनसे सरकार निपटेगी, या फिर संगठन? बीजेपी ने बीच चुनाव में खंडवा लोकसभा सीट के लिए चुनाव संचालन समिति बनाई। जिसका संयोजक खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा को बनाया गया है। उनके साथ पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस और टिकट के प्रबल दावेदार रहे हर्षवर्धन सिंह को सह संयोजक की भूमिका दी गई है। पार्टी के अंदरखाने से बात निकलकर आई है कि तीनों नेताओं को जिम्मेदारी देने की वजह है।
भोपाल
मंत्रियों पर 'जासूसों' की नजर, किससे मिल रहे, क्या रहे हैं, फील्ड में कितना घूम रहे हैं
- 23 Oct 2021