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इंदौर

मामला एमजीएम कॉलेज रैगिंग का, रैगिंग हुई हो तो आकर दर्ज कराएं बयान

  • 29 Jul 2022

इंदौर।  एमजीएम मेडिकल कॉलेज में फस्र्ट ईयर के स्टूडेंट्स के साथ हुई रैगिंग के मामले में अब जांच के सारे सूत्र पुलिस के हाथ में हैं। वरिष्ठ अधिकारी इस केस में लगातार अपडेट ले रहे हैं। दो दिन पहले पुलिस टीम कॉलेज पहुंची थी और पूछताछ की थी। इसके साथ ही अन्य बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी। कॉलेज ने अब पुलिस को 700 जूनियर डॉक्टर्स की लिस्ट सौंपी है। इसमें से पुलिस ने 98 जूनियर्स को नोटिस जारी किए हैं। इसमें पूछा गया है कि अगर उनके साथ रैगिंग हुई है, तो थाने आकर बयान दर्ज कराएं। ताकि आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जा सके। पुलिस को रैगिंग लेने वाले आठ सीनियर स्टूडेंट्स की तलाश है।
उक्त केस में अहम यह कि रैगिंग ने तो कॉलेज परिसर में हुई है और न ही मेडिकल होस्टल में। पीडि़त स्टूडेंट्स ने शिकायत में बताया था कि सीनियर्स उसे दो-तीन माह से प्रताडि़त कर रहे थे। मुख्य तौर पर उसकी शिकायत थी कि वे हमेशा अलग-अलग फ्लैट में बुलाते थे और अप्राकृतिक कृत्य करने का दबाव बनाते थे। इसके लिए वे पीडि़त स्टूडेंट को उसके दोस्तों के साथ ऐसा करने को मजबूर करते थे। सीनियर्स पर जूनियर स्टूडेंट्स से उठक-बैठक लगवाने का भी आरोप है।