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इंदौर

मौसम के चलते बच्चों में बढ़ा वायरल का खतरा, डाक्टरों के क्लीनिकों में बढऩे लगी भीड़

  • 05 Jul 2022

इंदौर। इंदौर के पूरी तरह से अनलाक होने और स्कूलों के नियमित खुलने के बाद अब सर्दी-जुकाम और वायरल बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। डाक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस एक बार फिर सिर उठा रहा है। हालांकि ज्यादातर लोगों को टीका लगा है, इसलिए इसके गंभीर लक्षण नजर नहीं आ रहे लेकिन 12 साल से कम उम्र के बच्चों को अब तक कोरोना का टीका नहीं लगा है। जब ये बच्चे किसी संक्रमित के संपर्क में आते हैं तो उन्हें सर्दी-जुकाम और वायरल हो जाता है। हालांकि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों के मुकाबले मजबूत होती है। यही वजह है कि कोरोना वायरस का हमला होने के बावजूद उन्हें सिर्फ सर्दी-जुकाम और बुखार हो रहा है। लक्षणों के आधार पर डाक्टर बच्चों का इलाज कर रहे हैं। बच्चों की सैंपलिंग नहीं करवाई जा रही।
चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के पूर्व अधीक्षक और वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डा. हेमंत जैन का कहना है कि यह बात सही है कि इन दिनों बच्चों में सर्दी-जुकाम और वायरल के मरीजों की संख्या तेजी से बड़ी है। ज्यादातर मामलों में जांच नहीं करवाई जा रही। इसकी वजह है कि कोरोना की पुष्टि होने के बाद भी इलाज वही रहेगा जो हम दे रहे हैं।