पानी टेस्टिंग लेब के साथ ही पूरे ट्रीटमेंट प्लांट को समझा महापौर ने
- निरीक्षण के दौरान जल कार्य प्रभारी और कार्यपालन यंत्री भी रहे मोजूद
- शहर में पानी लाने के लिए बिजली का भारी खर्च उठाना पड़ता है
इंदौर। आगामी ग्रीष्मकाल में शहर की जल व्यवस्था व सोलर एनर्जी के संबंध में महेश्वर के जलुद वॉटर पंपिंग स्टेशन व वॉचु पॉइन्ट प्लांट का महापौर ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महापौर श्री भार्गव साथ जलकार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा, कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव, अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा मां नर्मदा नदी से नर्मदा के विभिन्न चरणो के माध्यम से इंदौर शहर में जलप्रदाय व्यवस्था के क्रम जलूद के पंपिंग स्टेशन का अवलोकन किया गया। कार्यपालन यंत्री श्री श्रीवास्तव ने महापौर को बताया की बताया कि किस प्रकार से नर्मदा के विभिन्न चरणो इंदोर की पेजलय व्यवस्था का संचालन किया जाता रहा है, किस प्रकार से विभिन्न पंपिंग स्टेशन, फिल्टर प्लांट व जल शुद्धीकरण प्लांट तथा मशीनरी के माध्यम से नर्मदा के जल को इंदौर शहर तक पहुंचाया जाता है। साथ ही वॉचु पॉइन्ट पर फिल्टर प्लांट व जल शुद्धीकरण के प्लांट का भी अवलोकन करते हुए, संबंधित अधिकारियो से जलप्रदाय कार्य की संपूर्ण कार्य योजना के संबंध में भी जानकारी ली गई।
श्री भार्गव द्वारा पानी टेस्टिंग लेब के साथ ही पूरे ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के साथ जानकारी भी ली इसके साथ ही महापौर श्री भार्गव द्वारा जलूद में लगाये जाने वाले सोलर एनर्जी प्लांट का स्थल निरीक्षण करते हुए नर्मदा जल प्रदाय के कार्य में सोलर एनर्जी प्लांट की क्या भूमिका रहेगी, किस प्रकार से प्लांट काम करेगा इस संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई।महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को विभिन्न दिशा निर्देश भी दिए गौरतलब है कि जलूद से नर्मदा जी पानी को पंप कर के शहरवसियों तक पहुँचाया जाता है. इसके लिए बिजली का भारी खर्च भी निगम वहन करता है.
इंदौर
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने किया जलूद वॉटर पंपिंग स्टेशन का आकस्मिक निरीक्षण
- 13 Apr 2023