इंदौर। स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर कालेजों को जानकारी भेजना है। उच्च शिक्षा विभाग को प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के बारे में अगले 48 घंटों में बताना है। साथ ही सरकारी और निजी कालेजों को खाली सीटों का ब्यौरा देना है। विभाग ने कालेजों को विद्यार्थियों से जुड़े प्रत्येक जानकारी मांगी है। उसके आधार पर विभाग रिक्त सीटों पर भरने को लेकर फैसला ले सकता है। अधिकारियों के मुताबिक काउंसलिंग का अतिरिक्त चरण मिल सकता है।
सत्र 2022-23 में बीए, बीकाम, बीएससी सहित अन्य यूजी कोर्स में छह लाख और एमए, एमकाम, एमएससी व पीजी कोर्स में दो लाख सीटें है। इनमें प्रवेश को लेकर विद्यार्थियों के लिए छह चरणों में काउंसलिंग रखी थी, जिसमें एक आनलाइन और पांच सीएलसी चरण शामिल थे। बावजूद इसके 10 प्रतिशत सीटें खाली है। 13 अगस्त तक कालेजों में प्रवेश दिए गए है। अब सरकारी और निजी कालेजों को पाठ्यक्रमवार विद्यार्थियों की जानकारी भेजना है। साथ ही कालेजों में किन-किन पाठ्यक्रमों में सीटें अभी खाली है, यह भी बताना होगा। विभागों को 18 अगस्त तक डाटा देना है। विभाग के अधिकारियों ने निर्देश दिए है कि जिन विद्यार्थियों का प्रवेश हो चुका है। उनकी कक्षाएं शुरू करना है।
एमबीए में जल्द शुरू होंगे प्रवेश
प्रदेशभर के कालेजों से संचालित एमबीए पाठ्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। डायरेक्टोरेट आफ टेक्नीकल एजुकेशन (डीटीई) ने काउंसलिंग का शेड्यूल जारी करने वाला है। वैसे अगस्त अंतिम सप्ताह में काउंसलिंग रखी है। विद्यार्थियों से आवेदन बुलवाएंगे। मेरिट बनाकर विद्यार्थियों को उनके पसंदीदा कालेजों में सीटें आवंटित की जाएगी। छात्र-छात्राओं को आनलाइन फीस जमा करना है। अधिकारियों के मुताबिक एमबीए की बीस हजार सीटें है, जिसमें इंदौर से संचालित कालेजों में डेढ़ से दो हजार सीटों पर विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। हालांकि इन दिनों विद्यार्थी सीयूईटी की प्रवेश परीक्षा का इंतजार करने में लगे है।
इंदौर
यूजी-पीजी कोर्स की रिक्त सीटों की बुलवाया डाटा, कालेजों के पास 48 घंटे का समय
- 17 Aug 2022