इंदौर। ट्रैफिक पुलिस ने रेड बुल कंपनी की मोडिफाइड कार को जब्त किया गया था। करीब तीन माह बाद उस कार को बकाया टेक्स के 2.39 लाख रुपए चुकाने के बाद कार को वाहन मालिक को सौंपा गया। शहर में ट्रैफिक सुधार अभियान के दौरान बेकायदा वाहनों के 515 चालान भी बनाए गए।
4 फरवरी को डीसीपी ट्रैफिक महेशचंद के शहर भ्रमण के दौरान देखा कार जीए 03 वाय 2597 को माडिफाई कर वाहन स्वामी द्वारा कंपनी के प्रचार के लिए उपयोग किया जा रहा था। उक्त कार को वायरलेस सेट पर प्रसारण कर रुकवाने व वाहन चालक से कार माडिफाई के दस्तावेजों की जांच करने के निर्देश दिए गए थे। उक्त सूचना पर पलासिया चौराहा पर यातायात प्रबंधन का कार्य देख रहे, सूबेदार काजिम हुसैन रिजवी व टीम द्वारा कार को रोका गया एवं मोडिफाइड कराने से स बन्धी जरूरी दस्तावेजों के बारे में चालक से जानकारी ली गयी, तो वाहन चालक द्वारा कार के कोई दस्तावेज नही दिखाए गए, रेड बुल इंडिया की उक्त कार को जब्त कर ट्रैफिक थाने पर खड़ा किया गया था। यातायात प्रबंधन पुलिस द्वारा उक्त रेड बुल क पनी की कार पर मध्यप्रदेश कराधन अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही हेतु बकाया टैक्स के स बंध में आरटीओ को अवगत कराया गया था। गुरुवार को आरटीओ द्वारा उक्त कार पर बकाया टेक्स 2 लाख 39 हजार 875 रुपये का रेड बुल क पनी द्वारा जमा करवाया गया। उसके बाद कार को छोड़ दिया गया।
512 के चालान बनाए
डीसीपी ट्रैफिक महेशचंद जैन के नेतृत्व में चलाए जा रहे विशेष ट्रैफिक सुधार अभियान के दौरान बुधवार को बेकायदा वाहनों के 512 चालान बनाए गए। ट्रैफिक टीम नो-पार्किंग क्षेत्र में खड़े वाहनो, प्रमुख चौराहों पर ऑटो रिक्शा के दस्तावेजों को चेक कर बिना फिटनेस-परमिट के चल रहे अवैध ऑटो पर कार्यवाही कर 37 चालान किये गए। रेड लाइट का उल्लंघन पर ,रांग साइड, वाहन चलाते मोबाइल का उपयोग करने पर 44 चालान, बिना न बर-अमानक न बर प्लेट वाहनो पर भी कार्यवाही हुई। सभी चौराहों पर रेड लाइट ज प करने वाले वाहनो पर कार्यवाही कर 237 चालान कर पुराने ई-चालानों की समन शुल्क राशि भी वसूली गयी। बेकायदा वाहनों पर कार्यवाही के दौरान कार-जीप के 161, बाइक के 231, बसों के 15, ऑटो रिक्शा के 37, लोडिंग 12 सहित अन्य वाहनों के चालान बनाए गए।
इसी प्रकार गुरुवार को सूबेदार राजेन्द्र सिंह चौहान व टीम द्वारा मूसाखेड़ी चौराहा पर यातायात प्रबंधन का कार्य देख रहे थे, इसी दौरान कार एमपी 09 सीएच-0917 के चालक द्वारा रेड लाइट ज प करने पर रोका गया। यातायात प्रबंधन केंद्र से उक्त कार के पूर्व में लंबित ई-चालानों की जानकारी लेने पर पाया कि कार चालक द्वारा पूर्व में भी 7 बार रेड लाइट का उल्लंघन किया जा चुका है एवं चालक द्वारा लंबित ई-चालानों की समन शुल्क राशि 3,500 रुपये अभी तक जमा नहीं की गई है, ट्रैफिक पुलिस ने 3,500 रूपये समन शुल्क मौके पर जमा करवाया गया।
इंदौर
यातयात पुलिस का अभियान- फिर सैकड़ों वाहन चालकों पर कार्रवाई
- 20 May 2022