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इंदौर

रीजनल पार्क के नहीं मिल रहे ठेकेदार

  • 28 Nov 2022

इंदौर। एक दशक पहले पर्यटन स्थल के रुप में इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किए गए रीजनल पार्क के जीर्णोद्धार का काम लंबित है। 34 करोड़ के पार्क को आईडीए ने निगम को हस्तातंरित किया था। निगम लगातार इसका मेंटेनेंस करता आ रहा है। करीब एक साल से निगम इसे ठेके पर देने की तैयारी में है, लेकिन तमाम प्रयासों व कई बार टैंडरों के बाद भी ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं. बदहाली के चलते दर्शकों की संख्या में भी निरंतर कमी आ रही है। स्थिति यह बन गई है कि पहले जिस पार्क की कमाई सालाना लाखों में होती थी, वह अब सिमटकर हजारों में पहुंच गई है। यहां लंबे समय से अप्पू घर, हाईमास्ट, फाउंटेन, वोट क्लब बंद पड़े हैं. बगीचों की हरियाली भी दिनोदिन खत्म होती जा रही है। अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर ने बताया कि कई बार टैंडर निकाले गए, लेकिन कंपनी आगे नहीं आई। निजी हाथों में जिम्मेदारी सौंपना है, इसलिए निगम विकास कार्य नहीं करा रहा है।

मार्केट विभाग झोन में पहुंचा, दुकानदारों को मिलेगी राहत
इंदौर। शहर के दुकानदारों को लायसेंस संबंधी कार्य के लिए अब निगम कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे अपने क्षेत्रीय जोनल कार्यालय पर जाकर इस कार्य का आसानी से निपटारा कर सकेंगे। अब तक यह कार्य मार्केट विभाग करता था। जहां लायसेंस कार्य के लिए चक्कर लगाने पड़ते थे। दुकानदारों की रोजाना मार्केट विभाग में कतार लगी रहती थी, जिससे काफी समय खर्च होता था। इसे देखते हुए निगम ने सभी 19 जोनों में मार्केट विभाग संबंधी कार्य शुरू करा दिए, जिससे दुकानदार कभी भी जाकर अपनी समस्या का निराकरण कर सकेगा।