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इंदौर

लाखों का ऑनलाइन फ्रॉड, स्टेट सायबर सेल ने वापस कराए 6.80 लाख रुपए

  • 20 Jul 2022

इंदौर। स्टेट सायबर सेल ने आन लाइन फ्राड के दो मामलों मेंं 6.80 लाख रुपए रिफंड करवाए हैं। एक महिला को बिजली विभाग का अफसर बनकर धोखा दिया गया था। उनके खाते से 4.10 लाख रुपए उड़ाए गए।  दूसरे मामले में फिल्मों में जाब के नाम पर युवती के खाते से 2.70 लाख रुपए निकाल लिए गए थे। दोनों ही मामलों में पीडि़ताओं को उनका पैसा रिफंड करवा दिया गया है।
स्टेट सायबर सेल एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि 1 जून 2022 को हंसा पति अभय पिपाड़ा,पत्रकार कालोनी व्दारा शिकायत की गई कि उनके मोबाईल नंबर पर बिजली बिल जमा करने हेतु टेक्स्ट मैसेज प्राप्त हुए।  मैसेज में दिये गये विद्युत अधिकारी के फर्जी नंबर को सही समझकर आवेदिका व्दारा संपर्क किया गया। उसने स्वयं को विद्युत विभाग का अधिकारी बताकर एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर बैंक संबंधी जानकारी ले ली। इसी आधार पर फ्राडस्टर व्दारा धोखाधड़ी पूर्वक आवेदिका के बैंक खाते से कुल 4,10,000 रुपए का ट्रांजेक्शन कर लिया। आवेदिका को भारतीय स्टेट बैंक से उक्त ट्रांजेक्शन होने के संबंध में मैसेज प्राप्त होने पर जालसाजी का पता चला।
उक्त अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलते ही आवेदिका ने स्टेट सायबर जोन कार्यालय इंदौर में उपस्थित होकर अपने साथ हुए फायनेंशियल फ्राड की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की गंभीरता को  देखते त्वरित कार्यवाही कर प्राप्त बैंक स्टेटमेंट, मोबाईल पर प्राप्त मैसेज का अध्ययन कर अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी संकलित की गई। संकलित जानकारी के आधार पर फ्राडस्टर द्वारा फ्राड की संपूर्ण राशि
वेब साइट फोनपैसा डाट काम के माध्यम से स्थानांतरित कर लेना पाया गया। बैंक को त्वरित पत्राचार व दूरभाष से संपर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने संबंधी प्रक्रिया पूर्ण की गई साथ ही स्थानांतरित राशि के संबंध में नोडल अधिकारी से सीधे संपर्क कर त्वरित कार्यवाही की गई । उसके बाद आवेदिका हंसा पिपाड़ा, गैस एजेन्सी संचालिका को फ्राड की संपूर्ण राशि 4 लाख 10 हजार. रुपए रिफंड करवा दिए गए।
दूसरे मामले में आवेदिका प्रियंका शुक्ला पिता भरत शुक्ला उत्कर्ष विहार ने भी राज्य सायबर सेल कार्यालय इंदौर पर उपस्थित होकर शिकायत की कि मु बई में एक्टिंग के जॉब के सिलसिले में अज्ञात व्यक्ति व्दारा इंटरनेशल नंबर से वाट्सअप पर प्रोफाइल की जानकारी धोखाधड़ी पूर्वक प्राप्त कर 2 लाख 70 हजार 145 रुपए का अवैध ट्रांजेक्शन करा लिया गया। शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुए संबंधित बैंक से संपर्क किया गया तथा उक्त अवैध ट्रांजेक्शन के संबंध में आवेदिका प्रिंयका शुक्ला को बैंक से फ्राड की संपूर्ण राशि 2 लाख 70 हजार 145 रुपए वापस करवा दिेए गए। कार्यवाही में निरीक्षक रामसुमेर तिवारीए उप निरी मनीषा पाटोदे, उप निरी आशीष जैन तथा आरक्षक राहुलसिंह की सराहनीय भूमिका रही।