इंदौर। विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ग्रामीण क्षेत्रों में फोकस करेगी। इसके लिए वह शक्ति केंद्रों को मजबूत करने की कवायद शुरू कर रही है। यही नहीं अब सभी 15 मंडलों के अध्यक्ष व प्रभारी बूथों पर प्रवास करेंगे। यह व्यवस्था सालभर तक चलेगी।
जिला इकाई ने यह भी तय किया है कि अब छोटी-बड़ी सभी बैठकों में बूथ व मंडल के साथ ही शक्ति केंद्रों के िजद्घम्मेदार पदाधिकारियों की सौ फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। भाजपा की जिला इकाई की एक बड़ी बैठक इसी माह होगी। इसमें आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम से लेकर राज्य और केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर होने वाले कार्यक्रम अब भाजपा मंडल स्तर तक सीमित नहीं रखेगी, बल्कि एक-एक गांव में एक-एक बूथ पर भी वही कार्यक्रम होंगे। दरअसल पिछले विस चुनाव में भाजपा शहरी क्षेत्रों में ज्यादा मजबूत नजर आई थी। इस बार पार्टी ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले दो साल से संगठन को मजबूत करने में जुटी थी, लेकिन अब पार्टी की तैयारी पूरी तरह से चुनाव को ध्यान में रखकर होगी।
निष्क्रिय पदाधिकारियों की रिपोर्ट बनाई जाएगी
भाजपा संगठन के निर्देश पर जिला इकाई ने व्यापक तैयारी की है। सभी 805 केंद्रों पर संगठन की नजर रहेगी। जिलाध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर व अन्य मुख्य पदाधिकारी सामान्य बैठकों व कार्यक्रम में अचानक पहुंचेंगे और देखेंगे कि गंभीरता बरत रहे हैं या नहीं। निष्क्रिय पदाधिकारियों की रिपोर्ट बनाई जाएगी।
देपालपुर-राऊ पर फोकस, सांवेर पर भी सक्रियता बढ़ाई
भाजपा का फोकस देपालपुर और राऊ पर है, क्योंकि पिछला चुनाव भाजपा यहां से हारी थी। पिछली खामियों को ध्यान में रखते हुए संगठन इन दोनों विधानसभा में बूथ अध्यक्ष, संयोजक व महामंत्रियों को पहले से ज्यादा जिम्मेदारी दे रहा है। यही नहीं जितने भी प्रभारी मंडल व शक्ति केंद्रों पर बनाए गए हैं, उनमें ज्यादातर को अपने गृह क्षेत्र की ही जिम्मेदारी दी गई है, ताकि ज्यादा दूर भ्रमण न करना पड़े।
इंदौर
विस चुनाव की तैयारी, भाजपा का फोकस ग्रामीण क्षेत्रों में, शक्ति केंद्र मजबूत कर रहे
- 12 Jan 2023