इंदौर। एक युवक लुटेरी दुल्हन का शिकार हो गया। शादी के सात दिन बाद ही दुल्हन नकदी और जेवरात लेकर भाग निकली। जब उसके दस्तावेज परिजनों ने जांचे तो वह भी नकली निकले। इसके बाद युवक को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने थाने की शरण ली। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
विजय पिता विजेन्द्र पांड्या निवासी रेवती रेंज ने शिकायत में बताया कि उसके बेटे राहुल की शादी के लिए उसने कई जगहों पर बात की । इसी दौरान उसकी मुलाकात मांगलिया में रहने वाले राधेश्याम और उसकी पत्नी काजल उर्फ ज्योति से हुई। दोनों ने लड़के की शादी के लिए कुछ फोटो दिखाए और कहा कि जब शादी तय होती है तो 90 हजार रुपए हमें देना होंगे। शुरू में पांच हजार एडवांस ले लिए।
10 जुलाई की मध्य रात्रि में काजल और राधेश्याम, रानी उर्फ रिया, आकाश उर्फ राहुल ने ललिता के रिश्तेदार बनकर राहुल से ललिता का विवाह करवा दिया । विवाह दिनांक के सात दिन के अंदर ही ललिता चढ़ाई हुई रकम व तीन लाख रुपए लेकर घर से भाग गई। जब दुल्हन भाग गई तो दूल्हे और उसकी मां ने उसके आधार व पैन कार्ड के साथ अन्य डॉ?यूमेंट देखे। जिनकी जांच में पता चला कि सब नकली है। ठगी का अहसास होने पर फरियादी ने थाने की शरण ली। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंदौर
शादी के सात दिन बाद ही भागी दुल्हन, जेवरात और नकदी भी ले गई, दस्तावेज भी निकले नकली
- 09 May 2022