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इंदौर

शिवपुरी से पकड़ाया ठगोरा, दो करोड़ रुपए की ठगी कर फरार हुआ था

  • 02 Jul 2022

परिजनों ने शिकायत के बाद लिखाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
 इंदौर। शेयर ट्रेडिंग में तगड़ा मुनाफा कमाने के नाम पर ठगी करने वाले शातिर ठग को पुलिस ने शिवपुरी से गिरफ्तार किया है। दो करोड़ रुपए की ठगी करने के बाद जब पुलिस को शिकायत की गई तो आरोपी के परिजनों ने उसे गायब बताकर उसकी गुमशुदगी भी दर्ज करवा दी थी। आरोपी गुमशुदा होकर आसपास के शहरों में दवाई कंपनी में एमआर का काम कर रहा था।
वर्ष 2020 में विजयनगर पुलिस ने कविता गुर्जर निवासी निरंजनपुर की शिकायत पर मनोज सक्सेना और उसके बेटे पल्लव सक्सेना निवासी अभिनंदन नगर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। कविता के अलावा लोकेंद्र ठाकुर, नैनसिंह, संगीता राजपूत, ज्योति राजपूत, सीमा ठाकुर, प्रीति शर्मा व अन्य लोगों ने इस मामले में शिकायत की थी।
आरोपी मनोज ने ऑर्बिट मॉल में स्वस्तिक इन्वेस्टमेंट नाम से कंपनी शुरू की थी। वह शेयर बाजार में पैसा निवेश करवाते थे। इसी के लिए उन्होंने पीडि़तों से संपर्क किया उन्हें बताया कि शेयर बाजार में निवेश करने के बदले में हुए 20 से 25 प्रतिशत मुनाफा कमाते हैं। अगर वह लोग उनकी कंपनी में पैसा निवेश करते हैं तो 15 प्रतिशत मुनाफा उन्हें मिलेगा। जो राशि वे निवेश करेंगे वह 6 महीने बाद वापस ले सकते हैं। फरियादी कविता को मुनाफे के नाम पर 70 हजार रुपए ही मिले थे। बाद में पैसा मिलना बंद हो गया। मनोज से संपर्क किया तो उसका मोबाइल भी बंद था। पीडि़त जब मनोज के घर पर पहुंचे तो उनके पिता ने बताया कि मनोज को घर व संपत्ति से बेदखल कर दिया है। अब उनका मनोज से कोई लेना-देना नही जबकि मनोज उनके साथ ही घर में रह रहा था। पीडि़तों ने मामले की शिकायत पुलिस को की तो पता चला कि परिवार ने मनोज की गुमशुदगी दर्ज करा दी थी । उसके बाद से मनोज का कोई पता नहीं था केस दर्ज होने के बाद बेटा पल्लव भी गायब हो गया था।
पुलिस दोनों की तलाश में जुटी थी,जांच में पता चला कि मनोज वाट्सएप कालिंग के जरिए परिवार के संपर्क में रहता है। इसी के बाद पुलिस ने उसकी जानकारी जुटाई तो उसके गुना में होने का पता चला। वहां पर एक दवाई कंपनी में वह एमआर का काम कर रहा था। काम के सिलसिले में वह अन्य शहरों में आता है। पुलिस ने मुखबिरी के आधार पर शिवपुरी से गुरुवार को उसे गिर तार किया और इंदौर लेकर आए। मनोज की तलाश में पुलिस टीम लगातार जुटी हुई थी। दवाई के लिए एक डॉक्टर से मिलवाने के नाम पर पुलिस ने मनोज से संपर्क किया था। जब वह मिलने आया तो उसे पकड़ लिया गया। पुलिस द्वारा आरोपी को गिर तार किया गया है जिसके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है तथा प्रकरण में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। आरोपियों की गिर तारी में थाना प्रभारी विजय नगर रवींद्र सिंह गुर्जर, सहायक उपनिरीक्षक कोमल राम मालवीय, हेड कांस्टेबल सुरेश मिश्रा, आरक्षक विनीत मिश्रा, आरक्षक दुष्यंत राठौर, आरक्षक योगेंद्र गुर्जर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।