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इंदौर

शास्त्र और शस्त्र दोनों की रक्षा करना हमारा दायित्व

  • 14 Dec 2022

इंदौर। अन्य धर्मों में अपनी-अपनी पद्धति व परंपराओं के बारे में ज्ञान देने की प्राथमिक स्तर से ही व्यवस्था है, लेकिन सनातन धर्म में ऐसा कोई प्रविधान नहीं है। सनातन धर्म का आधार सत्य और अहिंसा है। हम शास्त्र के साथ शस्त्र का भी प्रयोग कर सकते हैं और इसीलिए दोनों की रक्षा करना हमारा दायित्व है। हमारी युवा पीढ़ी को संगठित होकर ऐसे विकृत प्रयासों का विरोध करना चाहिए।
यह बात गोस्वामी वागधीश बाबा ने इंदौर में अभा अखंड वेदांत संत सम्मेलन में कही। अखंडधाम आश्रम में जारी 55वें अभा अखंड वेदांत संत सम्मेलन के तहत मंगलवार को सैकड़ों बालिकाओं व उनके अभिभावकों ने लव जिहाद व मतांतरण का विरोध करने और इन प्रयासों का प्रतिकार करने की शपथ भी ली। उन्हें यह शपथ गोस्वामी वागधीश बाबा, साध्वी कृष्णादेवी व अर्चना दुबे की उपस्थिति में दिलाई गई।
इंटरनेट मीडिया को सच न मानें
संत सम्मेलन में आई शारदा कन्या विद्यालय की छात्राओं को साध्वी अर्चना दुबे ने सनातन धर्म की विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया। आयोजन में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रशांत चौबे ने सायबर क्राइम की रोकथाम के लिए जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मोबाइल का उपयोग विवेक और सोच-समझकर करें। ऐसा कोई कार्य नहीं करें, जिससे अपराधी तत्वों को हमें शिकार बनाने का मौका मिले। इंटरनेट मीडिया आभासी दुनिया है, उसे सच न मानें। हमारी गलती का लाभ उठाकर अपराधी तत्व अपने जाल में फंसा सकते हैं। हमारे कानून इतने पर्याप्त हैं कि यदि किसी भी तरह की अपराधिक घटना होती है तो पुलिस एवं प्रशासन हर तरह से पीडि़त लोगों को संरक्षण प्रदान कर सकता है।
सम्मेलन को संतों ने किया संबोधित
संत सम्मेलन में महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, बालयोगी उमेशनाथ, महामंडलेश्वर स्वामी नारदानंद, स्वामी केशवानंद, साध्वी कृष्णादेवी, स्वामी नारायणानंद, महामंडलेश्वर स्वामी स्वरूपानंद व देवस्वरूपानंद ने भी विचार व्यक्त किए। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, आशा विजयवर्गीय, विधायक आकाश विजयवर्गीय, श्रीविद्याधाम परिवार के पं. दिनेश शर्मा, राजेंद्र महाजन, समाजसेवी नारायण अग्रवाल, बीएसएफ के आइजी अशोक यादव आदि ने संतों का सम्मान किया। संचालन स्वामी नारायणानंद व हरि अग्रवाल ने किया।