इंदौर। साइबर अपराधों के प्रति सचेत करने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. वरुण कपूर की 662वीं कार्यशाला आईपीएस एकेडमी में संपन्न हुई। इसमें 90 विद्यार्थियों और 15 फैकल्टी सदस्यों ने भाग लिया। कपूर ने बताया कि झूठी जानकारी फैलाना, टारगेट करना, मजाक उड़ाना, बिना इजाजत किसी के निजी फोटो, वीडियो, फोन नंबर, ई-मेल शेयर करना, आपत्तिजनक मैसेज कर प्रताडि़त करना, धमकाना ये सभी साइबर बुलिंग में आते हैं।
डॉ. कपूर ने बताया कि साइबर बुलिंग के शिकार आत्महत्या तक कर लेते हैं। साइबर क्रिमिनल मैसेजिंग प्लेटफार्म, गेमिंग वेब साइट, ई-मेल, चैट रूम का उपयोग कर बच्चों, युवाओं से भावनात्मक संबंध बनाता है। उनसे निजी तस्वीरें, जानकारी हासिल कर जाल में फंसाता है फिर ब्लैकमेल करता है। सायबर स्पेस का उपयोग करते समय सतर्क रहने की आवश्यकता है। लुभावने ईमेल, मेसेज, विज्ञापन या प्रलोभन से बचें। अनजान लिंक को क्लिक न करें। अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें।
इंदौर
साइबर अपराधों पर सचेत करने के लिए 662वीं कार्यशाला
- 13 Mar 2024