इंदौर। शासकीय और अशासकीय स्कूलों के प्राचार्यों के लिए सायबर अपराध के प्रति सतर्क और जागरुक करने के लिए तृतीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिमसें कई स्कूलों के प्राचार्य शामिल हुए थे।
कार्यशाला में संबोधित करते हुए अति. पुलिस महानिदेशक डॉ वरुण कपूर ने कहा कि सायबर अपराधों के प्रति बच्चों को जागरूक करने का काम स्कूल प्राचार्यों का है। कार्यशाला सेंट एनीबिसेंट स्कूल प्रिकांको कालोनी में आयोजित की गई। कार्यशाला में मुख्य रूप से कांचन तारे-प्राचार्य श्रीश्री रविशंकर विद्या मंदिर, मोहित योदव-प्राचार्य एनीबिसेंट स्कूल, श्रीमती ईसाबेल स्वामी-प्राचार्या सेंट मेरी चेम्पियन हा.से.स्कूल, श्रीमती पूनम शेखावत-सह सचिव व प्राचार्या-वेदांत द ग्लोबल स्कूल, एवं श्रीमती सुमन कोचर-कोषाध्यक्ष व प्राचार्या -नेशनल पब्लिक स्कूल उपस्थित थे। डॉ कपूर ने कहा कि खासकर कम्प्यूटर एवं इंटरनेट क्रांति ने हर क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम किया है। वर्तमान में इसके बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में भी इस तकनीक ने अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। कम्प्यूटर/लेपटॉप, स्मार्ट फोन शैक्षणिक आदान-प्रदान का एक सबसे सषक्त माध्यम बन गए है। प्राचार्यों की भूमिका विविधतापूर्ण एवं विस्तृत है और वे बच्चों से स्कूल की अन्य गतिविधियों एवं संवाद के माध्यम से जुड़े रहते हैं। वे छात्रों को अच्छे बुरे की जानकारी आसानी से दे सकते हैं।
इंदौर
सायबर अपराध से जागरुक करने का सशक्त माध्यम हैं प्राचार्य
- 09 Nov 2022