Highlights

इंदौर

सायबर बुलिंग के निशाने पर ज्यादातर बच्चे

  • 04 Aug 2022

ब्लेक रिबिन इनिशिएटिव संदेशअभियान के तहत 548वां सेमिनार
इंदौर। ब्लेक रिबिन इनिशिएटिव संदेश अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक डॉ. वरूण कपूर द्वारा द विट्स स्कूल, उमरीखेड़ा, खण्डवा रोड के विद्यार्थियों के लिए सायबर क्राइम एवं सायबर सुरक्षा विषय पर 548वां सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें  179 छात्र-छात्रायें एवं 15 अध्यापकगण सम्मिलित हुए। प्रारंभ में स्कूल के निदेशक डॉं. एजे सिद्दकी एवं प्राचार्य Óयोति चौरसिया द्वारा डॉ. कपूरका स्वागत किया गया।
छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ. वरूण कपूर द्वारा सायबर अपराध में नए-नए तरीकों, बढ़ोत्तरी के कारणों, सुरक्षित रहने के उपायों एवं सावधानियों के संबंध में विस्तृत रूप जानकारी दी। उन्होंने सायबर स्पेस का उपयोग करते समय अपने अ'छे डिजिटल फूटप्रिंट बनाने तथा सायबर बुलिंग, ग्रुमिंग, फिशिंग एवं सायबर स्टाकिंग, बैंकिंग फ्राड से संबंधित अपराधों के बारे में बताया गया। डॉं. कपूर ने बताया कि सोशल मीडिया पर सायबर बुलिंग सबसे खतरनाक है, जिसका सामाना ब'चे हर रोज कर रहे हैं । सायबर बुलिंग ऐसा अपराध है जो इस डिजिटल वल्र्ड में किसी के साथ भी हो सकता है, लेकिन सायबर क्राईम के बारे में जानकारी के अभाव के कारण इसकी चपेट में ब'चे सबसे Óयादा आते हैं। सायबर बुलिंग एक तरह से इंटरनेट के माध्यम से होने वाली रेगिंग है । इसमें किसी को धमकाना, अफवाह फैलाना, घृणास्पद बयानबाजी करना, फोटो का गलत प्रयोग करना, अश्लील एवं अनुचित भाषा का प्रयोग करना इत्यादि सम्मिलित है। इसके कारण कुछ ब'चे आत्महत्या तक कर लेते हैं, स्कूल जाना छोड़ देते हैं या किसी आपराधिक घटना को अंजाम दे देते हैं। डॉ. कपूर ने कहा कि सुरक्षा के मानक मापदण्डों को अपनाते हुये सायबर स्पेस का उपयोग करें। शार्टकट एवं प्रलोभन में न फंसे। सायबर वल्र्ड में किसी भी गतिविधि को पूर्ण जानकारी के साथ सोच समझकर करें,  किसी पर भी अंधा विष्वास न करें और स्वयं की जानकारी को सुरक्षित रखे। इस अवसर पर उन्होंने ब'चों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।  सेमिनार में डीएसपी सत्येन्द्र घनघोरिया, निरीक्षक पूनम राठौर व उनकी टीम का योगदान रहा ।