बर्मिंघम। कॉमनवैल्थ गेम्स 2022 की जूडो स्पर्धा के 48 किलोग्राम महिला वर्ग में सुशीला लिकमाबाम ने सिल्वर मेडल जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में सुशीला का दक्षिण अफ्रीका की गेरोने माइकेला व्हाइटबोई के साथ मुकाबला था जिसे वह जीत नहीं पाई। यह भारत का गेम्स में सातवां मेडल है। सुशीला को राऊंड 16 में बाई मिली थी। इसके बाद क्वार्टनरफाइनल में वह मलवी की बोनीफेस के साथ भिड़ी थी जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई। सेमीफाइनल में वह मॉरिशियस की मोरांड के साथ भिड़ी जिसमें उन्होंने जीत हासिल कर ली लेकिन फाइनल मुकाबले में वह पार नहीं पा पाई।
बता दें कि शुशीला लिकमाबाम इससे पहले 2014 के ग्लासगो कॉमनवैल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीत चुकी है। वह 2019 में हुई साऊथ एशियन गेम्स की गोल्ड मेडल विजेता हैं। उन्होंने जूडो में भारत के लिए एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में 2020 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। उसने महिलाओं की 48 किग्रा स्पर्धा में भाग लिया और पहले दौर में ही बाहर हो गई।
विजय कुमार यादव ने 60 किलोग्राम वर्ग में जीता ब्रॉन्ज
जूडो में सोमवार रात भारत के हिस्से दो मेडल आए। पहले महिला वर्ग में सुशीला लिकमाबाम सिल्वर मेडल जीतने में सफल रही। उसके ठीक बाद पुरुषों के 60 किलोग्राम वर्ग में भारत के विजय कुमार यादव ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहे। इस तरह गेम्स के तीसरे दिन भारत के पास दो मेडल आए। यादव की शुरूआत अच्छी रही थी। उन्होंने राऊंड-32 में बाई मिली थी। इसके बाद राऊंड 16 में वह मॉरिशियस के विंसले गनगेया के साथ भिड़े जिसमें वह 10-0 से जीतने में सफल रहे। हालांकि क्वार्टरफाइनल मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के काट्ज से हारने के बाद यादव को रेचचेज में स्कॉटलैंड के मुनरो से भिडऩे का मौका मिला। उन्होंने मुकाबला जीतने के बाद ब्रॉन्ज के लिए साइप्रस के पेट्रोस क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ भिड़े जिसे 10-0 से हराकर वह मेडल जीतने में सफल रहे।