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इंदौर

सर्द सुबह में स्वर्णरथ पर सवार होकर शहर भ्रमण पर निकले रणजीत बाबा

  • 16 Dec 2022

प्रभातफेरी में सवा लाख से ज्यादा भक्त हुए शामिल
स्वर्ण रथ को 251 भक्तों ने खींचा गया
इंदौर। स्वर्ण रथ पर विराजमान होकर नगर सेठ के रूप में बाबा रणजीत हनुमान शुक्रवार अलसुबह 5 बजे अपने भक्तों को दर्शन देने नगर भ्रमण पर निकले। इस दौरान सवा लाख से ज्यादा की संख्या में मौजूद भक्तगण प्रभातफेरी का स्वागत करते सड़कों पर मौजूद थे। कोई हाथों से फूल बरसा तो कोई ध्वजा लहराकर बाबा रणजीत के जयकारे लगा रहा था। बाबा महाकाल की सवारी की तर्ज पर पूरे लावा-लश्कर के साथ भक्तों को दर्शन देने बाबा रणजीत का रथ जैसे-जैसे आगे बढ़ा। डेढ़ किमी लंबी इस प्रभातफेरी पश्चिमी क्षेत्र के विभिन्न मार्गों से होकर वापस मंदिर पहुंची।
रणजीत हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रणजीत अष्टमी महोत्सव के तहत बाबा रणजीत की प्रभातफेरी निकाली गई है। इसमें बाबा के स्वर्ण रथ को 251 भक्तों द्वारा खींचा गया। सभी भक्त एक जैसी वेषभूषा में थे। रथ खींचने वाले भक्त नंगे पैर चल रहे थे। प्रभातफेरी के विहगंग दृश्य को सोशल मीडिया के माध्यम से भी लाइव दिखाया गया। प्रभातफेरी संचालन के लिए 51 भक्तों की टीम बनाई गई थी। वहीं, यात्रा समापन पर मंदिर के ग्राउंड में प्रसाद वितरण के लिए 100 भक्तों की टीम, नि:शुल्क रक्षासूत्र वितरण के लिए 50 भक्तों की टीम, अतिथि स्वागत के लिए 11 भक्तों की टीम बनाई गई ।
कई बैंड व भजन मंडलियां हुई शामिल
रणजीत अष्टमी पर निकले वाली प्रभातफेरी में शहर के कई प्रतिष्ठित बैंड व भजन गायक अपनी प्रस्तुतियां दें रहे थे। यात्रा में डीजे पूर्णत: प्रतिबंधित था। प्रभातफेरी में सभी पुरुष कुर्ते-पायजामे में व महिलाएं पीली साड़ी पहनकर शामिल हुई। सभी भक्तों के मस्तक पर तिलक लगाया गया थ।
इस बार भक्तों का उत्साह अपार
कोरोना काल की वजह से दो वर्ष यात्रा नहीं निकली थी जिसके कारण पिछले वर्ष अपार जनसमूह बाबा के दर्शन के लिए उमड़ा था। इस बार भक्तों के उत्साह को देखते हुए रिकॉर्ड हुजूम उमडा । मंदिर से लेकर पूरे यात्रा मार्ग पर प्रकाश व्यवस्था की गई थी। साथ ही यातायात भी प्रभातफेरी के समय डायवर्ट किया गया थस।
देर रात तक सजाया मार्ग
बाबा रणजीत के स्वागत के लिए कई लोगों ने सडक़ों पर मंच लगाए थे। देर रात तक स्वागत मंच लगाने का काम जारी रहा। इस बार खास बात यह रही कि किसी भी मंच पर बाबा रणजीत के अलावा किसी का भी फोटो नहीं था।
नासिक के ढोल और केरल की धुन में रमें
इस बार प्रभात फेरी का खास आकर्षण नासिक के ढोल व केरल की म्युजिक मंडली थी। देश में लोकप्रिय इन दोनों मंडलियों के भक्ति संगीत में श्रद्धालु रमें हुए थे। 136 साल पहले रणजीत हनुमान मंदिर की स्थापना के साथ ही प्रभात फेरी का आयोजन किया जा रहा है। इस बार रणजीत हनुमान मंदिर की प्रभात फेरी का 137वां साल है। मंदिर से प्रभात फेरी शुरू होकर महूनाका, अन्नपूर्णा रोड, नरेंद्र तिवारी मार्ग, फूटी कोठी चौराहा होते हुए वापस मंदिर पर समाप्त हुई। प्रभात फेरी पर ड्रोन की मदद से पुष्प वर्षा की जा रही थी। ड्रोन की ही मदद से उड़ते हुए हनुमानजी भी भक्तों को नजर आएं। मंदिर में भगवान के स्वागत के लिए रेड कार्पेट भी बिछाया गया ।