ढाबे पर हत्या के केस में परिजन ढाबा-घर ढहाने की मांग पर अड़े रहे
रात तक सडक़ पर डंटे रहे, बिस्तर बिछाकर बैठ गए परिजन
इंदौर। किशनगंज इलाके में ढाबे पर खाने को लेकर विवाद में एक युवक की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। नाराज परिजन ने राऊ-पीथमपुर रोड पर मंगलवार शाम 5 बजे से देर रात तक शव रखकर चक्काजाम किया। सभी रात एक बजे रात तक सडक़ पर बिस्तर बिछाकर बैठे रहे। पुलिस की समझाइश के बाद पुलिस ने जाम खुलवाया, जिससे आवागमन शुरू हो सका।
इनकी मांग है कि जब तक पूरा ढाबा और आरोपियों के घर बुलडोजर चलाकर जमींदोज नहीं किए जाते, तब तक हाईवे से नहीं उठेंगे। राऊ एसडीएम, महू एडिशनल एसपी और चार थानों के प्रभारी समेत पुलिस बल मौके पर मौजूद थे। चक्काजाम के कारण राऊ-पीथमपुर मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही।
हत्या की वारदात किशनगंज थाना क्षेत्र के भैसलाय ढाबे पर सोमवार रात 9 बजे की है।  पुलिस ने बताया कि विष्णु पिता बलराम परमार निवासी भैसलाय पवन, सोहन, गोविंद और गोलू के साथ राजपूत ढाबे पर खाना खाने के लिए गया था। ऑर्डर दिया तो ढाबा संचालक ने कहा कि आज भोजन बनाने वाला उस्ताद नहीं आया है, इसलिए खाना नहीं मिलेगा। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
ढाबे वाले ने साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया। विष्णु को गंभीर चोट आई। उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके तीन साथी गंभीर घायल हैं।
मृतक मजदूरी करके चलाता था परिवार
धरना प्रदर्शन कर रहे मृतक के भाई का कहना है कि बड़े भाई की उम्र लगभग 36 साल थी। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी की उम्र लगभग 18 साल है। दूसरी बेटी की उम्र 6 साल है। बेटे की उम्र अभी 4 साल है। वह परिवार का भरण पोषण मजदूरी करके किया करते थे।
थाने पर 3 घंटे धरना, फिर हाईवे किया जाम
विष्णु के परिजन शव लेकर ग्रामीणों के साथ मंगलवार दोपहर दो बजे किशनगंज थाने पहुंचे। यहां तीन घंटे धरना दिया। पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई करने के साथ उनका मकान और ढाबा जमींदोज करने की बात कही। इस आश्वासन पर प्रदर्शन खत्म कर दिया गया।
प्रशासन की कार्रवाई पर जताया असंतोष
प्रशासन ने आरोपी के ढाबे का बाहरी हिस्सा गिरा दिया। विष्णु के परिजन के साथ भीम आर्मी कार्यकर्ता इस कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए हाईवे पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। उनकी मांग है कि ढाबे को पूरी तरह तोड़ा जाए। साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजा दिया जाए।
हमले में घायल रिश्तेदार ने कराई थी एफआईआर
हमले में घायल युवक गोविंद परमार ने मंगलवार सुबह थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उसने बताया, 'मैं अपने चाचा विष्णु के साथ खाना खाने ढाबे पर गया था। खाने का ऑर्डर दिया तो 10 मिनट में लाने की बात कही गई। आधे घंटे बाद पूछा तो ढाबा संचालक नीरज सिंह ने मना कर दिया कि खाना नहीं मिल पाएगा। अभी स्टाफ नहीं है। इस पर मैं और चाचा ढाबे के बाहर आकर बैठ गए और बात करने लगे। इसी दौरान अंदर से कुछ लोग आए और गाली-गलौज करने लगे। ऐतराज जताया तो हमें घेरकर लाठियों से पीटना शुरू कर दिया।  पुलिस ने गोविंद की शिकायत पर ढाबा संचालक नीरज सिंह व अन्य के खिलाफ हत्या, मारपीट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
इंदौर
हत्या का विरोध, राऊ-पीथमपुर रोड पर... शव रखकर चक्काजाम
                                                                                       
                            
                        - 20 Dec 2023
 
                                              

			      			  	
			      			  	
			      			  	
			      			  	
