समिट में 17 देशों को आमंत्रित किया गया, 1000 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया
इंदौर। प्रवासी भारतीय दिवस का इंदौर में आयोजन प्रदेश के लिए असाधारण अवसर है। इस अवसर पर मध्यप्रदेश की विशेषताओं पर केन्द्रित प्रस्तुतिकरण होना जरूरी है। इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में पूरे देश के सामने अपनी जो खास पहचान स्थापित की है उसी के अनुरूप यह सम्मेलन भी अपने उद्देश्यों को पूरा करने में सफल होगा। इससे इंदौर और मध्यप्रदेश का कद दुनिया में बढ़ेगा। समिट में 17 देशों को आमंत्रित किया गया है। एमपीआईडीसी इसके लिए अपनी विशेष तैयारियों में जुटा है। कार्यक्रम के पहले प्रदेश में बड़े स्तर पर वर्चुअल इन्वेटर रोड-शो किये जाने पर सहमति बनी है।
मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान लगातार उद्योगपतियों से वन-टू-वन मीटिंग कर रहे हैं। इसी कड़ी में उनके द्वारा बैंगलुरू और मुंबई में पिछले माह उद्योगपतियों से चर्चा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश भारत का सबसे तेजी से बढऩे वाला प्रदेश हैं। मध्यप्रदेश वन संपदा खनिज संपदा जल संपदा और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है जो अब टाइगर स्टेट लेपर्ट स्टेट वल्चर स्टेट और अब चीता स्टेट भी हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिये आमंत्रित करते हुए कहा कि निवेश के लिए जो चीजें चाहिए वह सारी मध्य प्रदेश में हैं।
अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग करें अधिकारी
प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन में फ्रेंडस आफ एमपी के सदस्यों के सुझावों पर भी अमल किया जाएगा। एनआरआइ निवेशकों को जमीन आवंटन जैसी सुविधा प्राथमिकता से उपलब्ध करवाई जाएगी। प्रवासी भारतीय दिवस और सम्मेलन की वेबसाइट पर 1000 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर आज इंदौर के ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में अ्रफसरों की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में कमिश्नर डॉ पवन शर्मा तथा कलेक्टर इलैयाराजा समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
इंदौर
हर तहर की सुविधाएं दी जाएंगी उद्योगपतियों को
- 05 Jan 2023