नाट्य,नृत्य,संगीत और कीर्तन का समन्वय था महानाट्य चेतन्य दर्शन में
इंदौर । सदगुरु नाना महाराज तराणेकर के जीवन दर्शन पर आधारित महानाट्य चेतनाय दर्शन की प्रस्तुति मंगलवार शाम को बास्केटबाल परिसर में हुई। सदगुरु श्री नाना महाराज तराने कर के 125 जन्म महोत्सव पर आयोजित इस महा नाट्य को प्रस्तुत किया
नागपुर के नाट्य कलाकार निखिल टोंगले और समूह ने ।कलाभिनय के 33 कलाकारों ने नाट्य ,संगीत ,नृत्य और कीर्तन के बेहतर तालमेल के साथ जब इसे प्रस्तुत किया तो सम्पूर्ण माहोल रंगमय हो गया। सभी कलाकारों ने अपने किरदार के साथ न्याय किया।महानाट्य करीब 2 घंटे चला और आखरी तक दर्शको को बांधने में सफल रहा। इस महानतय में नाना महाराज तराणेकर के बाल रूप की भुमिका श्रीवत्स कठाले ने की,जबकि युवा नाना महाराज की भूमिका शेल चौधरी ने निभाई।जबकि तरुण नाना की विनय मोड़क और वरिष्ठ नाना महाराज की भूमिका प्रकाश पाठक ने निभाई नाना महाराज के गुरु टेंबे महाराज का किरदार प्रशांत मगदे ने किया । आई की भूमिका मयूरी टोंगल और निर्देशन किया निखिल टोंगले ने। महानाताय में सदगुरु नाना महाराज तरानेकर के जीवन के विविध प्रसंगों को बखूबी प्रस्तुत किया।
इंदौर
चैतन्य दर्शन महानाट्य में नाना महाराज तरानेकर के दिखे विविध रूप
- 03 Aug 2022