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तंगी के चलते फांसी पर झूली मासूम!, पढ़ाई के लिए मोबाइल और किताबें खरीदने की हालत में नहीं था परिवार

  • 06 Sep 2021

छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले में 12 साल की मासूम बच्ची ने शुक्रवार शाम को अपने घर मे फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बड़कुही चौकी प्रभारी मोहन मर्सकोले के मुताबिक बड़कुही में रहने वाले इदरीश अंसारी की 12 साल की मासूम बच्ची फायजा अंसारी कक्षा सातवीं की छात्रा थी। शुक्रवार शाम को जब उसकी मां पड़ोस में कहीं बैठने गई थी इस दौरान उसने चुनरी से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि मृतिका के पिता इदरीस अंसारी ट्रक ड्राइवर है तथा भी घटना वाले दिन भी ट्रक चलाने के लिए गए हुए थे तभी यह घटना घटित हो गई। पड़ोसियों ने बताया कि उक्त परिवार की माली हालत काफी खराब थी ऐसे में बच्ची को ना तो पढऩे के लिए मोबाइल मिल रहा था, और ना ही पुस्तक खरीदने के लिए उनके पास पैसे थे। यहां तक की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण वे स्कूल फीस तक चुकाने में असमर्थ थे। इन सारी परेशानियों के चलते बालिका ने अपने घर में चुनरी को फंदा बनाकर अपना गला घोट लिया।
पढ़ाई में होनहार थी छात्रा
7 साल की मासूम फ़ायजा अंसारी पढ़ाई में काफी होनहार थी ,उसके पड़ोसियों ने बताया कि पुस्तक और मोबाइल ना होने के बाद भी है अपने दोस्तों के मोबाइल से पढऩे का प्रयास करती थी ,लेकिन स्कूल फीस न चुका पाने के कारण वह पढ़ाई करने में असमर्थ हो गई थी। कई बार पड़ोस के लोगों ने उसकी मदद भी की, लेकिन अचानक शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद हर कोई स्तब्ध रह गया।
पुलिस हर एंगल से कर रही जांच
सब को झकझोर देने वाली इस घटना में अभी पुलिस ने सिर्फ मर्ग कायम किया है। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस अभी हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
गले पर मिले थे निशान
घटनास्थल पर पुलिस को फंदा लटका नहीं मिला, हालांकि बच्ची के गले पर निशान होने के कारण पुलिस से प्रथम दृष्टया फंदा लगाकर आत्महत्या करने का मामला मान रही है, अभी परिवार के कुछ सदस्यों के बयान भी बाकी है उसके बाद ही मौत के कारणों का सही तरीके से खुलासा हो सकेगा ऐसा पुलिस का कहना है।
कोरोना के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार
गौरतलब हो कि मृतिका के पिता शादी में लाइटिंग का व्यवसाय करते थे लेकिन कोरोना की पहली लहर के बाद से ही शादी लाइटिंग और का व्यवसाय ठप हो गया तभी से परिवार को माली हालत बिगड़ी चली गई और परिवार आर्थिक तंगी से जूझने लगा था । बच्ची के पिता ने भाई के यहां ट्रक में हेल्परी का काम भी भी शुरू कर दिया। इदरीश अंसारी की हालत इतनी खराब थी की वह कई महीनो से मकान मालिक को किराया भी नही दे पाया था।