इंदौर। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को लेकर सबका अपना -अपना नजरिया है। कोई इसे लाभकारी बता रहा है तो कोई इसमें खामियां बता रहा है। वहीं राजनीतिक दल बजट को लेकर अपनी-अपनी बात कह रहे हैं।
सीए गोविंद अग्रवाल का कहना है कि बजट में इंकमटैक्स का अपडेटेड रिटर्न फाइल करने संबंधी नए प्रावधान लागू करने का स्वागत योग्य प्रस्ताव किया गया है। किसी करदाता द्वारा वित्तीय वर्ष के आयकर रिर्टन में त्रुटि करने पर उसको अगले दो वर्,ों में निर्धारित शर्तों के अंतर्गत अपडेटेट रिर्टन फाइल करने का विकल्प दिया गया है। परंतु आवश्यक यह है कि ऐसे अपडेटेड रिटर्न के साथ निर्धारित अतिरिक्त आयकर का भुगतान भी करना अनिवार्य होगा।
उन्होने कहा कि कोविड की चिकित्सा खर्च में किसी कर्मचारी को उसके नियोक्ता से प्राप्त संपूर्ण राशि पर निर्धारित शर्तों के अंर्तगत आयकर से छूट प्रदान करने एवं किसी व्यक्ति की कोविड के कारण मृत्यु होने पर उसके परिवार जनों को नियोक्ता एवं अन्य व्यक्तियों से प्राप्त राशि पर रु दस लाख तक निर्धारित शर्तों के अंतर्गत आयकर से छूट देने संबंधी प्रस्ताव स्वागत योग्य है। डिजिटल संपत्ति से प्राप्त आय पर 30 प्रतिशत की समान दर से आयकर लगाने एवं एक प्रतिशत कीदर से टीडीएस लागू करना का प्रस्ताव है। कृषि भूमि के अतिरिक्त अन्य अचल संपत्तियों के विक्रय पर रु पचास लाख से अधिक के व्यवहार मूल्य पर क्रेता द्वारा राशि के भुगतान पर एक प्रतिशत से टीडीएस करने का प्रावधान है।
नए भारत का दूरदर्शी बजट
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के अधिवक्ता एवं विधि व्याख्याता पंकज वाधवानी ने केंद्रीय बजट को आत्मनिर्भर भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने वाला बजट बताया। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एडवोकेट पंकज वाधवानी ने कहा कि यह बजट समाज के प्रत्येक तबके किसानों, युवाओं, महिलाओं के लिए एक प्रगतिशील बजट है। बजट देश में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने वाला बजट है, जो नए भारत की नींव रखेगा । ये बजट, एक दूरदर्शी बजट है, जो भारत की अर्थव्यवस्था को बदलने वाला बजट साबित होगा। ये बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव डालेगा।
फारवर्ड देखकर, बैकवर्ड की चिंता, देश की सुरक्षा का प्रो-यूथ बजट: गोविंद मालू
खनिज विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविंद मालू ने साल 2022 के केंद्रीय बजट को लुभावना और दूरगामी बजट बताया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का यह बजट रोजगार के नए अवसर देने वाला बजट है। यह भविष्य को ध्यान में रखकर बनाया गया बजट है। केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दूरगामी उपाय किए हैं। यह रोजगार के नए अवसर और साधन देने वाला बजट है जिसमें एमएसएमई के लिए 6000 करोड़ की क्रेडिट लाइन गारंटी योजना, 7.50 लाख करोड़ के आधारभूत संरचना के प्रविधान और रक्षा में मेक इन इंडिया और लॉजिस्टिक पार्क, 100 कार्गो टर्मिनल से आय व नवरोजगार का सृजन होगा।
ग्रोथ ओरिएंटेड बजट में वित्तमंत्री ने मुख्य चार पिलर पर किया फोकस
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बजट से मिलेगा विकास को बल - प्रमोद डफरिया
एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश में आज केन्द्रीय वित्तमंत्री माननीया श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट भाषण को लाईव देखा गया जिसमें सीए पेनल द्वारा बजट की समीक्षा भी की गई। एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री प्रमोद डफरिया ने कहा कि वित्तमंत्री ने 2022-23 के लिए ग्रोथ-ओरिएंटेड बजट पेश किया है जिसमें चार पिलर- प्रोडक्टिविटी, क्वाइमेट एक्शन, फाइनेंसिंग इन्वेस्टमेंट और पीएम गति शक्ति योजना पर विशेष फोकस किया गया है इसके अलावा कोई लोकलुभावन घोषणाएं बजट में नही की गई है। बजट में प्राइवेट इन्वेस्टमेंट और विकास को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत खर्च को 35.4 प्रतिशत बढ़ाकर 7.50 लाख करोड़ रुपये किया गया है जो देश के बढते विकास को देखते हुए अच्छा कदम है। श्री डफरिया ने कहा कि बजट घोषणाओं से उद्योग जगत आयकर स्लेब को छोडकर खुश हैं क्योंकि उनका मानना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर और कैपिटल एक्सपेंडिचर का विस्तार आगे बढऩे का रास्ता प्रशस्त करेगा।
प्रमोद डफरिया ने कहा कि आयकर में जैसे कि उम्मीद की जा रही थी, लेकिन पर्सनल इनकम टैक्स में कोई राहत नहीं दी गई है। वित्तमंत्री ने बजट में इनकम टैक्स चुकाने वाले करदाताओं को कोई राहत न देकर एक प्रकार से निराश ही किया है। उद्योगजगत पर्सनल इनकम टैक्स की दरों में रियायत की अपेक्षा कर रहा था परंतु आयकर के स्लैब में कोई बडा बदलाव नही किया गया है। हालांकि सरकार ने इनकम टैक्स रिटर्न में बदलाव की सुविधा दी है, इसमें अब दो साल पुराने आईटीआर में अपग्रेड किया जा सकेगा। स्टार्टअप को 2023 तक टैक्स इंसेन्टीव देने से यह क्षेत्र प्रोत्साहित होगा।
एसोसिएशन ने बजट भाषण के बाद बजट पर चर्चा आयोजित की जिसमें सीए श्री आनंद सकलेचा एवं सीए श्री मनोज गुप्ता की पेनल द्वारा बजट को सामान्य बताया वे भी उम्मीद कर रहे थे कि बजट मे कुछ बडे बदलाव होगें लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ है। आपने प्रस्तुत बजट की कुछ प्रमुख बातों को उद्योगपतियों के समक्ष रखा।
इंदौर
बजट को लेकर सबका अलग-अलग नजरिया इन्कम टैक्स का अपडेटेड रिटर्न- सीए अग्रवाल
- 02 Feb 2022