लेडी डॉक्टर पुलिस गिरफ्त में, कई एवजी एवं बाबू भी संदेह के घेरे में
इंदौर। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में जाली मेडिकल सर्टिफिकेट से ड्राइविंग लाइसेंस रिन्युअल कराने के मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, जिसमें नए-नए खुलासे हो रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने जाली प्रमाण पत्र बनाने वाली महिला डाक्टर को गिर तार किया है। ये लेडी डाक्टर डेढ-दो सौ रुपए में बिना किसी छानबीन के प्रमाण पत्र बनाकर दे देती थी। गैंग का खुलासा होने के बाद कई एवजी एवं बाबू भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। सूत्र बताते हैं कि आरोपियों से उनके बारे में भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
फर्जी दस्तावेज से प्रमाण पत्र हासिल कर लाइसेंस रिन्युअल करने वाली गैंग का तेजाजी नगर पुलिस ने पिछले दिनों खुलासा करते हुए सात आरोपियों अनिल पिता आनंद ,बिजलपुर, अमर पिता राजकुमार सुनहरे,रविदासपुरा,शरीफ पिता एहमद नूर ,हरसिद्धि कालोनी,राजू पिता केशरसिंह तोमर, मुखर्जी नगर, राहुल पिता राजेंद्र प्रजापत हिम्मत नगर पालदा,फिरोज पिता मो.सईद खान,नयागांव हरदा, रोहित पिता रमेशकुमार माठे ,नेहरू नगर को गिरफ्तार किया था। आरोपियों से रिमांड के दौरान पूछताछ की जा रही है। रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि डाक्टर सोनम जैन और रेखा भाटिया के नाम से प्रमाण पत्र बनाए हैं। पुलिस ने डाक्टर रेखा भाटिया को गिरफ्तार कर लिया है। ये खुद को एमबीबीएस का डाक्टर बताकर डेढ-दो सौ रुपए में बिना किसी जांच के प्रमाण पत्र बनाकर दे देती थी। आरोपी इनसे ही ये प्रमाण पत्र बनवाते थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लाइसेंस रिन्युअल करने वाले कुछ लिपिक एवं बाबूओं के नाम सामने आए हैं। उन्हें भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलवाया जा रहा है। जांच में ये भी पता चला है कि आरटीओ में बाबू और अफसरों से ज्यादा एवजियों की चलती है। उनके काम कोई नहीं रोकता। पुलिस को आरोपियों ने कई एवजी के नाम भी बताए हैं,उनके बारे में भी पड़ताल की जा रही है।
इंदौर
बिना छानबीन के दो सौ रुपए में बना देती थी प्रमाण-पत्र
- 30 Aug 2022