इंदौर। इंदौर को भिक्षावृत्ति मुक्त शहर बनाने का प्रयास लगातार चल रहा है और और भिक्षुको का पुनर्वास तब तक संभव नहीं जब तक उन्हें किसी रोजगार से नहीं जोड़ा जाए । इसी बात को ध्यान में रखते हुए संस्था परम पूज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसायटी द्वारा लगातार प्रयास करते हुए भिक्षुकों के लिए नए नए रोजगार का निर्माण किया जा रहा है उनसे राखी, थैला, तिरंगा व सजावटी सामान बनाने का प्रशिक्षण देकर बनवाया जाता है।
संस्था अध्यक्ष रूपाली जैन ने बताया कि नवरात्रि के पावन त्यौहार के चलते लगभग 5 पुनवार्सीतो से माताजी की चुनरी और पूजन सामग्री के 1200 पैकेट बनवाए गए थे और लक्ष्य रखा था कि पूरे 9 दिन तक माताजी के प्रसिद्ध मंदिरों के बाहर पुनवार्सीतो द्वारा बेचा जाएगा और साथ ही लोगों को समझाइश भी दी जाएगी की भिक्षा नहीं शिक्षा दें मंदिरों के बाहर बैठे भिक्षुकों को भीख ना देकर उनके द्वारा बनाए हुए सामानों को खरीदें । लोगों का बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला और उन्होंने बढ़ चढ़कर इन पुनवार्सीतो से पूजन सामग्री और चुनरी खरीदी सभी सामान 5 दिन में ही बिक गया । लोगों ने इंदौर नगर निगम और संस्था प्रवेश के इस प्रयास की बहुत ही सराहना की साथ ही संकल्प भी लिया कि वह इस तरह से अब कभी भीख नहीं देंगे बल्कि संस्था को सूचित कर इंदौर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने में सहयोग करेंगे ।
इंदौर
भिक्षुकों को भीख ना देकर उनके द्वारा बनाए हुए सामानों को खरीदें
- 03 Oct 2022