ग्वालियर। 5 साल में इन्वेस्ट की गई रकम दोगुना करने का लालच देकर कुछ लोग एक रिटायर्ड डॉक्टर से उसकी जिंदगीभर की कमाई ठग ले गए। डॉक्टर ने 60 लाख रुपए अपनी बिटिया के नाम से चिटफंड कंपनी में पैसे निवेश किए थे। सोचा था कि जब यह रकम डबल हो जाएगी तो बिटिया की धूमधाम से शादी करेगा। अब रुपए नहीं मिलने पर परेशान होकर रिटायर्ड डॉक्टर और बेटी ने एसपी से शिकायत की है। मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। क्राइम ब्रांच ने मामले में प्रकरण दर्ज कर ली है।
उत्तर प्रदेश के जालौन निवासी इंद्रपाल सिंह शासकीय अस्पताल से रिटायर्ड डॉक्टर हैं। पहले काम के सिलसिले में उनका ग्वालियर आना-जाना था। बच्चे भी ग्वालियर में पढ़ रहे थे, इसलिए यहां भी उनका एक घर था। 2014 में उनकी मुलाकात कपिल पुत्र सुरेन्द्र सिंह निवासी डबरा से हुई। कपिल ने बताया कि वह हृत्रस्ढ्ढ कंपनी व सहज एग्रो को-ऑपरेटिव कंपनी में मैनेजर है। उनकी कंपनी 5 साल में रकम डबल करती है। कंपनी रियल इस्टेट में पैसा लगाती है, जिससे जल्दी रकम दोगुना हो जाती है। इसके बाद कपिल ने उनकी मुलाकात कंपनी के डायरेक्टर पिप्पन सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासी फिरोजपुर पंजाब, जितेन्द्र सिंह पुत्र कमल सिंह निवासी चीनौर, कमलेश मिश्रा पुत्र जगदीश मिश्रा निवासी इंदरगढ़ व राजेन्द्र राजौरिया से कराई। इन सभी की लालच भरी बातों में डॉक्टर फंस गया।
डॉक्टर ने अपनी बेटी सौम्या सिंह के नाम से कंपनी में 60 लाख रुपए जमा करा दिए। बदले में ठगों ने उन्हें इतनी ही राशि के बॉन्ड भरकर दिए। रुपए 2019 में डबल होने थे। पर 2019 में कंपनी के लोगों ने उन्हें डबल रकम नहीं दी। कभी कुछ तो कभी कुछ बहाना बनाकर टालते रहे।
सख्ती से मांगे तो रुपए लौटाने से इनकार
रिटायर्ड डॉक्टर ने जब आरोपियों पर रकम लौटाने के लिए दबाव बनाया तो आरोपियों ने रुपए लौटाने से साफ इनकार कर दिया। धोखे के शिकार पीडि़त पिता-पुत्री ने डबरा थाना पहुंचकर मामले की शिकायत की, लेकिन काफी समय बीतने पर भी जब कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़त ने एसपी अमित सांघी के दफ्तर का दरवाजा खटखटाया। जिस पर मामले की जांच क्राइम ब्रांच को दी गई। क्राइम ब्रांच ने तत्काल इसमें में ठगी का मामला दर्ज किया है।
ग्वालियर
रिटायर्ड डॉक्टर ने लालच में गंवाए 60 लाख रु
- 28 Jun 2021