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इंदौर

हड़ताल खत्म होते ही सुबह से दौडऩे लगे ट्रक-बस

  • 03 Jan 2024

यात्रियों को मिली बड़ी राहत, वस्तुओं की सप्लाई सामान्य
इंदौर। हिट एंड रन कानून के खिलाफ चल रही हड़ताल इंदौर में खत्म हो गई है। हालांकि प्रदेश के कई शहरों में असमंजस की स्थिति बनी रही। दरअसल ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की परिवहन समिति (्रढ्ढरूञ्जष्ट) ने ड्राइवरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की थी।
समिति और इंदौर ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा, 'नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस से मीटिंग की। उन्होंने कहा कि नया कानून अभी लागू नहीं हुआ है। भारतीय न्याय संहिता 106/2 लागू करने से पहले ्रढ्ढरूञ्जष्ट प्रतिनिधियों के साथ चर्चा होगी, उसके बाद ही कोई निर्णय होगा।
इसके बाद बुधवार सुबह से स्कूल, सिटी और आई बसों के संचालन नियमित रूप से शुरू हो गया है। हालांकि पुलिस-प्रशासन का पूरा सहयोग व सुरक्षा रहेगी। मंगलवार को शहर में पेट्रोल-डीजल को लेकर किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई।
सुबह जरूर कुछ पेट्रोल पंपों पर लाइनें लगी लेकिन दोपहर बाद स्थिति पूरी तरह सामान्य हो गई। इसी तरह दूध वितरण को लेकर भी किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। रात को भी दूध सप्लाई रोज की तरह हुआ।
हाईकोर्ट ने कहा था- हड़ताल खत्म कराए सरकार
मंगलवार को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को हड़ताल खत्म कराने के निर्देश दिए थे। दो याचिकाओं पर सुनवाई में हाईकोर्ट ने कहा था, हड़ताल को तुरंत खत्म करवाया जाए। सरकार परिवहन बहाल करवाए। इस पर सरकार की तरफ से महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने कहा था, 'आज शाम तक इस मामले में अहम निर्णय लिया जा रहा है।' ये याचिकाएं नागरिक उपभोक्ता मंच और अखिलेश त्रिपाठी की ओर से दायर की गई हैं। दरअसल, ड्राइवर हिट एंड रन से जुड़े उस कानून का विरोध कर रहे हैं, जिसमें 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया है। सोमवार और मंगलवार दो दिन चली ड्राइवर्स की हड़ताल के चलते भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में दूध से लेकर सब्जी और किराना सप्लाई कम हुई है। ज्यादातर शहरों में सब्जियां महंगी हो गईं। स्कूल-कॉलेज बसें बंद रहीं।
दो दिन में करोड़ों का कारोबार प्रभावित
उधर, राकेश तिवारी (प्रदेश प्रमुख, आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस) ने बताया कि ड्राइवरों की मांगें जायज हैं। हिट एण्ड रन का नया कानून लागू नहीं होना चाहिए। इसमें कई विसंगतिया हैं। इंदौर से रोज 5 हजार ट्रकों से माल की आवाजाही होती है। इंदौर में 4 हजार ट्रांसपोर्टर्स हैं। दो दिन में ही ट्रांसपोर्ट का करोड़ों का व्यवसाय प्रभावित हुआ है।