इंदौर। शहर में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है। सोमवार को जांचे गए 143 सैंपलों में से सिर्फ दो में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। संक्रमण दर डेढ प्रतिशत से भी नीचे आ गई है। यह राहत की बात है। संक्रमण कम होने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के सामने ज्यादा से ज्यादा लोगों को सतर्कता डोज लगाने का लक्ष्य है। 28 सितंबर को टीकाकरण महाअभियान है। इंदौर में वर्तमान में 25 लाख से ज्यादा लोग हैं जिन्होंने अब तक सतर्कता डोज नहीं लगवाया है जबकि वे पात्रता हासिल कर चुके हैं।
75 दिनों के लिया था निश्शुल्क
स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में उन सभी वयस्कों के लिए सतर्कता डोज निश्शुल्क कर दिया गया था जिन्हेें कोरोना का दूसरा टीका लगवाए छह माह या इससे अधिक समय हो चुका है। इसके तहत महाअभियान भी आयोजित किया गया। इसी महाअभियान का अंतिम चरण 28 सितंबर को है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास के बावजूद सतर्कता डोज को लेकर बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिल पा रही है।
जिला टीकाकरण नोडल अधिकारी डा. तरुण गुप्ता के अनुसार इंदौर जिले में 30 लाख 50 हजार लोगों को कोरोना का दूसरा टीका लग चुका है। ये सभी लोग सतर्कता डोज लगवाने के लिए पात्र भी हो चुके हैं लेकिन इनमें से सिर्फ चार लाख 68 हजार ने दी सतर्कता डोज लगवाई है। यानी इंदौर जिले में अब भी 25 लाख से ज्यादा लोग हैं जिन्होंने बारी आने और पात्रता होने के बावजूद सतर्कता डोज नहीं लगवाई है। अब स्वास्थ्य विभाग के सामने इन लोगों को टीका लगवाने के लिए घर से निकालकर टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने की चुनौती है।
किसी भी अभियान में नहीं हासिल हुआ शत प्रतिशत लक्ष्य
टीकाकरण महाअभियान का पहला चरण 27 जुलाई से शुरू हुआ था। इसके बाद अलग-अलग तिथियों पर अभियान चला लेकिन किसी में भी शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल नहीं हो सका। कुछ चरण तो ऐसे भी रहे जब लक्ष्य का 20-25 प्रतिशत ही टीकाकरण हो सका।
इंदौर
143 सैंपल जांचे, सिर्फ दो में हुई कोरोना संक्रमण की पुष्टि
- 28 Sep 2022