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इंदौर

55 किलोमीटर लम्बी सडक के लिए नेशनल हाईवे ने पूरा किया ड्रोन - सर्वे

  • 22 Sep 2022

जमीनों की रजिस्ट्रियों के साथ अभिन्यास मंजूरी पर भी लगाई रोक
इंदौर। आरडब्ल्यू-4 यानी पश्चिमी रिंग रोड का जो निर्माण किया जाना है उसके लिए प्राधिकरण को लगभग डेढ़ हजार एकड़ पर धार रोड की तरफ नई योजना घोषित करना पड़ेगी। 55 किलोमीटर इस लम्बी सडक का निर्माण तीन विभागों द्वारा किया जाएगा। नेशनल हाईवे के साथ-साथ एमपीएसआईडीसी भी सडक का एक हिस्सा बनाएगी, तो शेष सडक प्राधिकरण द्वारा निर्मित होगी। लिहाजा इससे प्रभावित किसानों ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया और कल उनका प्रतिनिधि मंडल प्राधिकरण भी पहुंचा और अध्यक्ष-सीईओ के साथ चर्चा की।
प्राधिकरण ने लैंड पुलिंग एक्ट के तहत ली जाने वाली जमीन के फायदे भी किसानों को समझाए और कहा कि सडक के निर्माण से उनकी जमीनों के भाव कई गुना बढ़ जाएंगे और एक्ट के तहत 50 फीसदी जमीन किसानों को वापस मिल जाएगी। बरलाई जागीर, पीर कनाडिया, रिंगनोदिया, बड़ी कलमेर, हातोद, पिपलिया काकरिया, बोर्डिया सहित लगभग एक दर्जन गांवों की जमीनें इस रोड निर्माण के लिए बनने वाली योजना में ली जाएगी। पीथमपुर से इंदौर जिले की सीमा क्षेत्र के एबी रोड के गांव बड़ौदाअर्जुन तक यह आरडब्ल्यू-4 यानी पश्चिमी रिंग रोड का निर्माण होगा।
ट्रस बनाने में थोड़ा समय और लगेगा
इन्दौर विकास प्राधिकरण में एम.आर. -10 पर निमार्णाधीन आय.एस.बी.टी. हेतु बनाये जा रहे पी.ई.बी. संरचना के पीथमपुर स्थित निर्माण स्थल डिजाईज मेटल्स सेक्शन्स प्रा.लि. का सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा, मुख्य कार्यपालिक अधिकारी आर.पी. अहिरवार, कन्सलटेन्ट , निर्माण एजेन्सी के प्रतिनिधि सहित प्राधिकरण के वरिष्ठ इंजीनियर उपस्थित थे। पूर्णतया कम्प्यूटरराईज पद्धति से निर्माण किये जा रहे ट्रस एवं अन्य संचरना का कार्य निर्बाध गति से चल रहा है। अध्यक्ष चावड़ा ने निर्माण कर रहे इंजीनियर एवं कर्मचारियों को बताया कि यह संरचना दिसम्बर माह तक बनकर स्थल पर स्थापित की जाना है। इस हेतु ट्रस को बनाने में जो 25 दिन का समय लग रहा है। उसे लगभग आधा अर्थात् 12-13 दिन में पूर्ण किये जाने हेतु प्रबंधन से चर्चा की। चावड़ा ने बताया कि इस योजना का 60 प्रतिशत कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। यद्यपि कार्य पूर्ण करने की समयसीमा में विलम्ब हुआ है, लेकिन उसकी क्षतिपूर्ति हेतु आगामी कार्य में गति बढ़ाकर योजना को समयसीमा में किया जाना अति आवश्यक है। उन्होंने   प्राधिकरण के योजना प्रभारी इंजीनियर जी. एस. जादौन एवं निर्माण एजेन्सी को समयसीमा में कार्य सुनिश्चित किया जाने हेतु निर्देश प्रदान किये ।