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खुली चिठ्ठी

नेताजी अब तो रहम कर दो... चुनाव के नाम पर नियम तोड़कर कोरोना को बढ़ावा तो मत दो..!

  • 06 Sep 2020

स ड़क पर निकले हो, चेहरे पर मास्क नहीं लगाया भरो चालान... एक छोटी सी दुकान पर चार-पांच लोग जमा हो गए, चलो तुम पर कार्रवाई की जाएगी... आफिस में कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं कर रहे हो, सैनेटाइजर भी नहीं रखा, तुम कोरोना फैला रहे हो...
महामारी कोरोना से बचने के लिए बनाई गई गाइड लाइन का यदि आम आदमी, व्यापारी और अपना छोटा-मोटा बिजनेस करने वाला व्यक्ति पालन नहीं करें तो सरकारी अधिकारी तत्काल कार्रवाई कर देते हैं..., 
 लेकिन क्या यह नियम नेताओं पर लागू होते हैं...? तो शायद हमारा जवाब होगा नहीं आपका जवाब होगा नहीं... 
दरअसल इन दिनों उपचुनाव के चलते जगह-जगह पर नेताओं के द्वारा लगाई जा रही भीड़ में कहां पर सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा है... यह हर कोई जानता है... लॉकडाउन में भी नेताओं ने अपनी मनमर्जी चलाई और इसका ही परिणाम रहा कि पूरे देश में व्यापार-धंधे शुरू होने के बाद इंदौर ही ऐसा शहर था, जहां देरी से सारी छूट मिली... 
अनलॉक में नेताओं (चाहे वह किसी भी दल का हो) के कारण ही शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है... कारण साफ है कि चुनावी सरगर्मी के चलते गाइड लाइन को ताक पर रखकर वे भीड़ को साथ लेकर चल रहे हैं..., जबकि कई नेतागण भी इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं... लेकिन ठीक होकर वे फिर चुनाव मैदान में कूद गए और अब भीड़ लगाई जा रही है... 
ऐसे में अब त्रस्त जनता भी कहने लगी है कि नेताजी अब तो रहम 
कर दो..।