Highlights

शब्द पुष्प

राहत इंदौरी

  • 15 Aug 2020

मेरे हुजरे में नही , और कही पर रख दो 
आसमां लाए हो ले आओ , जमीं पर रख दो ।
अब कहाँ ढूढंने जाओगे हमारा कातिल
आप तो कत्ल का इल्ज़ाम हमी पर रख दो