Highlights

जनता कहिन

ऐसी कार्यवाही जनता की आंख में धूल झोंकने के समान...

  • 05 Dec 2020

समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ है कि लालू यादव को जेल में मोबाईल का उपयोग करने की शिकायत की इंक्वायरी करने के लिए झारखंड के जेल महानिरीक्षक वीरेंद्र भूषण को आदेश दिए हैं। ऐसी कार्यवाही जनता की आंख में धूल झोंकने के समान है। यदि जांच करनी या करवानी ही है तो हाई कोर्ट की निगरानी में रांची जैल के डी जी जेल , जेल और रिम्स के डॉक्टर जो लालू को बीमार बना कर हॉस्पिटल में टीका रखे हैं और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी  को लालू की सुरक्षा के नाम पर मौज मस्ती करवा रहे हैं। और लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां उड़ा कर माननीय न्यायालय का मजाक बना कर रख दिया है। यदि ईमानदारी से जांच करनी ही है तो हाई कोर्ट जज की निगरानी में में जांच होनी चाहिए वरना जेल और पुलिस विभाग के दो- चार सिपाही , एक - दो जेलर , एक - दो पुलिस ने इन्स्पेक्टर और एक -  दो डॉक्टर के ख़िलाफ़ जांच करके इस शर्मनाक और नंगे नांच का जांच के नाप पर पटाक्षेप कर दिया जाएगा। क्या संबंधित वरिष्ठ अधिकारी और नेताओं की आंखों की जगह बटन लगे हैं सभी को मोतिया बिंद हो गया है।