पहले सिलेंडर फटने की अफवाह, फिर बंद कमरे के अंदर आग, परिजनों की भूमिका संदिग्ध
रीवा। रीवा जिले के मनगवां बस्ती में सोमवार की दोपहर कच्चे घर में आग लगने से मां-बेटे की मौत हो गई। सूत्रों में चर्चा है कि पहले घर वालों ने सिलेंडर फटने की अफवाह उड़ाई। तब मौके पर पहुंची पुलिस ने दमकल वाहन से आग पर काबू पाया। पूछताछ में मृतका के पति व घर वालों ने अलग-अलग बयान दिए। पहले कहा कि बंद कमरे के अंदर आग लगी है। फिर कहा कि रसोई में आग लगी थी। पुलिस ने गहनता से जांच की तो शुरू से अंत तक परिजनों की भूमिका संदिग्ध समझ में आई है।
अब सवाल उठता है कि जिस कच्चे मकान में आग लगी थी। वहां न तो गैस सिलेंडर था और न रसोई। अगर कमरा अंदर से बंद था तो परिजन कैसे पहुंचे अंदर। इस तरह के कई सवाल मां व बेटे के साथ आग में दफन हो गए है।
घटना को लेकर क्या बोले थाना प्रभारी
मनगवां थाना प्रभारी जेपी पटेल ने बताया कि अमित वर्मा की पत्नी अंजना (25) और उसके बेटे अर्पित वर्मा (1) का शव मलबे से निकाया हैं। दोनों के शव मिट्टी व कच्चे घर के छप्पर के बीच फंसे थे। जबकि घर के अंदर रखा गैस सिलेंडर सुरक्षित है। पाइप में लीकेज भी नहीं है। परिजनों की भूमिका जांची जा रही है। फिलहाल पीएम रिपोर्ट का इंतजार है।? जिसके बाद हादसा, सुसाइड व हत्या की कहानी स्पष्ट होगी।
जांच में 80 फीसदी आत्महत्या, 20 परसेंट कुछ भी संभव
सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट के प्रभारी डॉ. आरपी शुक्ला ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। दावा है कि जब स्नस्रु टीम मौके पर पहुंची। तब तक दोनों शव अस्पताल की मर्चुरी में शिफ्ट हो चुके थे। फॉरेंसिक यूनिट के बीच चर्चा थी कि 80 त्न आत्महत्या की संभावना है। वहीं 20 त्न कुछ भी संभव हो सकता है। मतलब हादसा और हत्या की संभावना भी बन सकती है।
ये सवाल जांच के दायरे में
- पूरा हादसा संदेह के दायरे में।
- सिलेंडर से गैस रिसने से बात? गलत।
- गैस सिलेंडर, गैस पाइप व रेगुलेटर पूरी तरह सुरक्षित।
- पूजा घर में लगी आग। दिया रसोई का नाम।
- घर का दरवाजा अंदर से खुला व बाहर से बंद।
- एक दिन पहले मृतका आई मायके से।
- हाल ही में पति बाहर से आया था घर।
- पति व पत्नी के संबंध नहीं थे अच्छे।
- पीएम रिपोर्ट से तत्थ आएंगे सामने।
- संदेही पति को पुलिस ने थाने में बैठाया।
राज्य
आग के अंदर मां-बेटे की कहानी दफन
- 17 Jan 2023