इंदौर। कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे कम होने लगा है। राहत की बात यह है कि इंदौर में कोरोना के उपचाररत मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। जितने संक्रमित मिल रहे हैं उससे ज्यादा इस बीमारी को हराकर ठीक हो रहे हैं। किसी समय इंदौर में कोरोना के उपचाररत मरीजों का आंकड़ा हजारों में था, लेकिन अब यह दो अंकों में पहुंच गया है। वर्तमान में सिर्फ 63 कोरोना संक्रमितों का इलाज जारी है। इनमें से भी ज्यादातर में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। डाक्टरों के अनुसार यह अच्छा संकेत है।
शनिवार को इंदौर में 446 संदिग्ध सैंपल जांचे गए। इनमें से सिर्फ 10 में कोरोना की पुष्टि हुई। इस दिन 18 लोग संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त हुए। श्वसन तंत्र विशेषज्ञ डा.रवि डोसी के अनुसार कोरोना टीके की वजह से शरीर में बनी एंटीबाडी अपना असर दिखा रही है। ऐसा नहीं है कि कोविड-19 वायरस पूरी तरह से खत्म हो गया, लेकिन जब यह किसी स्वस्थ व्यक्ति पर हमला करता है तो उस व्यक्ति के शरीर में टीके की वजह से पहले से तैयार एंटीबाडी स्वत: वायरस से लड़कर उसे कमजोर कर देती है। ऐसे में अगर वह व्यक्ति संक्रमित होता भी है तो उसे कोई गंभीर लक्षण नहीं होते। वायरस नुकसान नहीं पहुंचा पाता। जिन लोगों ने कोरोना के पूरे टीके लगवा लिए हैं उन्हें अन्य के मुकाबले कोरोना होने की आशंक बहुत कम है। जरूरी है कि व्यक्ति स्वत: संज्ञान लेकर कोरोना के टीके लगवा लें।
इंदौर
कोरोना के 10 नए मरीज मिले तो 18 ठीक भी हुए
- 05 Sep 2022