इंदौर। गांधी जयंती के उपलक्ष में शहर की ज्वाला महिला समिति द्वारा खादी को प्रमोट करने के उद्देश्य से अयोजन किया गया। डॉ दिव्या गुप्ता ने बताया के चरखा स्ववॉलंबन का , आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान का प्रतिक है।
यह छोटे घरेलु उद्योगों के वापसी का रास्ता है यह आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने का साधन है। चरखा किसी भी धरम का जाती या उम्र का व्यक्ति चला सकता है और सबसे मत्वपूण बात यह नारी सशक्तिकरण की नीव है। आज हमने गाँधी जयंती के उपलक्ष्य में महिलाओ के साथ देश के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के खादी फॉर नेशन व खादी फॉर फैशन के मंत्र को आत्मसात करते हुए खादी को पदोन्नति करने की चर्चा करि। मेरी सभी लोगो से आग्रह है की आत्मनिर्भर भारत , मेक इन इंडिया और स्वदेशी उत्पादनो का ही प्रयोग करे साथ ही उन्होंने खादी को बढ़ावा देने के लिए प्रण लिया । सभी महिलाएं खादी की वेशभूषा में शमिल हुई। सभी ने लोगो से अनुरोध किया कि इस फेस्टिवल सीजन में खादी से बने कपड़ो का इस्तेमाल जरूर करे।
इंदौर
गांधी जयंती पर चलाया चरखा, खादी को अपनाने का लिया प्रण
- 03 Oct 2022