इंदौर। आज घरों में जो क्लेश हो रहे हैं उसका मूल कारण पितरों की शांति न हो पाना है। घरों में माता-पिता, बहन-भाई, पति-पत्नी के बीच जो मतभेद उत्पन्न हो रहे हैं उसका मूल कारण यह है कि हमसे हमारे पूर्वज नाराज हैं और उन्हीं की शांति न करने से घरों में क्लेश व्याप्त रहता है। हमें अगर हमारे घरों में शांति बनी रहे इसके लिए हमारे पूर्वजों से 16 दिवसीय श्राद्ध पक्ष में उनका तर्पण कर उनसे जाने-अनजाने हुई भूलों की माफी मांग उनका विधि विधान से तर्पण करें तो हम इस पितृ दोष से मुक्त हो सकते हैं। पितरों का विधि विधान से पूजन करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण कर हम पितरों का आशीर्वाद पा सकते हैं। जिससे हमारे घर के साथ-साथ व्यापार-व्यवसाय में भी हमारी उन्नति होगी। उक्त विचार होलकर कालीन कृष्णपुरा छत्री पर आयोजित 16 दिवसीय सर्वधर्म सामूहिक तर्पण महोत्सव में गुरूवार को तर्पणाचार्य पं. मनोज भार्गव ने सभी साधकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
इन्दौर सेवा ट्रस्ट के संरक्षक एवं पूर्व राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त पं. योगेंद्र महंत, आयोजक अनंत महंत ने बताया कि 16 दिवसीय सर्वधर्म सामूहिक तर्पण महोत्सव में गुरूवार को आरती में रामप्रकाश शर्मा, पंडि़त विजय बोरखा, पंडि़त राधेश्याम व्यास शामिल हुए। वहीं 150 साधकों ने ज्ञात-अज्ञात दिवंगतों के साथ ही पितरों का तर्पण किया। कार्यक्रम का संचालन पं. अशोक पांडे ने किया एवं आभार लोकेंद्र बैरानी ने माना। आयोजक अनंत महंत ने बताया कि कृष्णपुरा छत्री पर आयोजित होने वाले इस 16 दिवसीय सर्वधर्म सामूहिक तर्पण महोत्सव के दौरान पितृ शांति एवं मोक्ष हेतु श्रीमद् भागवत कथा का मूल पाठ एवं भगवान शिव का रूद्राभिषेक नित्य यजमान के संकल्प द्वारा किए जाने की व्यवस्था भी की गई है। प्रात: 7.30 से 10 बजे तक आयोजित होने वाले इस 16 दिवसीय तर्पण महोत्सव के लिए पूर्व भगवान शिव का रूद्राभिषेक विद्वान पंडि़तों के सानिध्य में संपन्न कराया जा रहा है।
इंदौर
घरों में जो क्लेश हो रहे हैं उसका मूल कारण पितरों की शांति न हो पाना- भार्गव
- 16 Sep 2022