नई दिल्ली। चीन की फितरत ही दगाबाजी है और यही वजह है कि वह बार-बार भारत को धोखा दे रहा है। पूर्वी लद्दाख में भले ही सीमा विवाद को लेकर लाख चीन शांति और डिसइंगेजमेंट का राग अलाप ले, मगर हकीकत यही है कि वह भारत को इन बातों में फुसलाकर अपने मंसूबों को पूरा करना चाहता है। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के प्रमुख क्षेत्रों से सेना हटाने पर बनी सहमति के बाद भी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ बुनियादी ढांचे का निर्माण जारी रखे हुए है। सैटलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि चीन देपसांग इलाके पर अपनी पकड़ को और ज्यादा मजबूत करने में जुट गया है और सड़क का काम तेजी से कर रहा है।
द हॉन्गकॉन्ग पोस्ट ने अपनी इस रिपोर्ट में चीन के नापाक मंसूबों की पोल खोली है। रिपोर्ट बताती है कि देपसांग इलाके में बुनियादी ढांचे का निर्माण जारी रखना भारत के प्रति चीन के असली इरादे को दर्शाता है। चीन अपनी सड़कों को न सिर्फ चौड़ा कर रहा है, बल्कि उसकी मरम्मत भी कर रहा है, ताकि उसकी पहुंच आसान हो जाए। बता दें कि पिछले साल पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के बाद तनाव वाले बिंदुओं पर शांति कायम करने के लिए दोनों देशों में कई स्तर की सैन्य वार्ता हुई थी और दोनों देशों के बीच डिसइंगेजमेंट पर सहमति बनी थी।
साभार - लाइव हिन्दुस्तान