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दोनों किडनी खराब फिर भी रोज पढ़ा रहे शिक्षक

  • 08 Feb 2023

डिंडौरी। आप कोई भी काम करते हों, बीमार होने पर छुट्टी लेना आम बात है। इसमें कोई बुराई भी नहीं, लेकिन जब आपका काम आपका जुनून बन जाए तो गंभीर बीमारी भी छोटी और काम बड़ा लगने लगता है। ऐसी ही कहानी है डिंडौरी जिले के शिक्षक संजय कुमार मरावी की। उनकी दोनों किडनियां खराब हो गई हैं। डॉक्टर्स ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है, लेकिन वो रोजाना स्कूल पहुंच जाते हैं। न सिर्फ बच्चों को पढ़ाते हैं बल्कि पढ़ाई के दौरान ये अहसास भी नहीं होने देते कि वो बीमार हैं। वो कहते हैं- मेरी जिंदगी से ज्यादा जरूरी बच्चों का भविष्य है। बच्चे भी उनकी सलामती के लिए रोजाना स्कूल में प्रार्थना करते हैं।
डिंडौरी जिले का मेहन्द्वानी मॉडल स्कूल। सुबह के साढ़े 10 बजे हैं। हर स्कूल की तरह यहां भी सुबह की प्रार्थना हो रही है- ‘सुबह सबेरे लेकर तेरा नाम प्रभु ,करते हैं हम शुरुआत काम प्रभु’। इस प्रार्थना के बाद बच्चे दो मिनट मौन रखकर ईश्वर से अपने शिक्षक संतोष कुमार मरावी की लंबी उम्र मांगते हैं।
संजय मंडला जिले की निवास तहसील के रहने वाले हैं। वर्ष 2018 में पात्रता परीक्षा पास की थी। अक्टूबर 2021 में उनकी पहली पोस्टिंग मेहन्द्वानी मॉडल स्कूल में हुई। तब से यहां हिंदी पढ़ा रहे हैं। तबीयत खराब रहने पर नवंबर 2022 में जांच कराने पर पता चला उनकी दोनों किडनियां खराब हैं।
डॉक्टर्स ने सलाह दी कि अब कंप्लीट बेड रेस्ट कीजिए। संजय कहते हैं- कुछ दिनों के बेड रेस्ट में ही महसूस होने लगा कि मैं और बीमार हो रहा हूं। इधर बच्चों की पढ़ाई पिछड़ रही थी। इस माह एमपी बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं हैं। अगले माह से लिखित परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। मेरी बीमारी बढ़ रही थी और सिलेबस बुरी तरह पिछड़ रहा था। इसलिए मैंने फैसला किया कि अब जो भी हो बच्चों का कोर्स समय पर पूरा कराऊंगा, ताकि उनका भविष्य न बिगड़े। इसके बाद ही इलाज के लिए जाऊंगा।
सर की तबीयत खराब है तो अच्छा नहीं लग रहा
छात्रा शाहिस्ता कहती हैं कि सर हिंदी बहुत अच्छे तरीके से पढ़ाते हैं। जब से पता चला है कि सर की दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं तब से अच्छा नही लग रहा। इसके बाद भी सर स्कूल पढ़ाने आ रहे हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि सर जल्दी ठीक हो जाएं। हमने सर से कोर्स अधूरा छोडऩे का आग्रह भी किया था। हम सब बच्चों ने मिलकर सर से कहा था कि आप उपचार कराइए हम कोर्स खुद पढ़ लेंगे।
नागपुर में होना है किडनी ट्रांसप्लांट
तबीयत अचानक खराब हुई तो संजय को मेहन्द्वानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर ने जबलपुर जाने की सलाह दी। जबलपुर में डॉक्टर नीरज जैन ने उन्हें जवाब दे दिया तो नागपुर गए। मेडिकल टेस्ट से पता चला कि दो किडनी खराब हो चुकी हैं। अब दो दिन में डायलिसिस कराना पड़ेगा और बाद में किडनी ट्रांसप्लांट कराना पड़ेगा। अगले महीने ट्रांसप्लांट के लिए बुलाया गया है।
फिलहाल ले रहे आयुर्वेदिक इलाज
संजय मरावी ने सोशल मीडिया के माध्यम से चंडीगढ़ के आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के बारे में जानकारी जुटाई और इलाज कराने गए। 12 दिन भर्ती रहे। अब भी आयुर्वेदिक डॉक्टरों की सलाह पर थैरेपी ले रहे हैं। कहते हैं- इसी से ठीक हो जाऊं तो अच्छा। किसी से किडनी लेकर मैं उसकी जिंदगी जोखिम में नहीं डालना चाहता। आयुर्वेदिक इलाज से सुधार ज्यादा नहीं हो रहा है। लगातार डॉक्टरों के सम्पर्क में हैं और उनकी बताई दवाइयां और थैरेपी ले रहे हैं। 40 डिग्री गर्म पानी में एक घंटे बैठना पड़ रहा है। संजय के छोटे भाई संदीप साथ मे रहकर मदद कर रहे हैं।