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इंदौर

निगम मुख्यालय भी सोलर लाइट से होगा रोशन

  • 22 Sep 2022

मेयर इन कौंसिल की बैठक में होगा निर्णय
इंदौर। निगम लगातार अपना खजाना भरने नवाचार कर रहा है। टैक्स वसूली के साथ खर्च कम करने में लगा हुआ है। राशि बचने से विकास कार्यों को गति मिलेगी। जलूद में सोलर पैनल का काम शुरू करने के बाद अब निगम मुख्यालय भी इसकी रोशनी से जगमगा उठेगा। मेयर इन कौंसिल की बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा।
हर माह लाखों रुपए का बिजली बिल निगम को चुकाना पड़ता है। इसके उलट सभी प्रकार के टैक्स की वसूली अपेक्षाकृत कम हो पाती है। फंड के अभाव में वेतन का समय पर भुगतान नहीं होने के साथ ही विकास कार्य भी रुक जाते हैं। निगम के पास संपति, जल, कचरा संग्रहण शुल्क, दुकानों का किराया, विज्ञापन, नक्शा प्रकरण व अन्य मदों से हर साल करीब 900-950 करोड़ रुपए आता है, वहीं इससे कहीं अधिक राशि वेतन, विकास कार्य, ऑफिस खर्च, बैठक, वाहन आदि पर खर्च होता है। साल के अंत में खजाने में कई बार इतनी राशि नहीं रह पाती कि वेतन भी बांट सके।
स्पॉट फाइन नया तरीका
खजाना भरने के लिए निगम ने स्पॉट फाइन का सहारा लेना शुरू कर दिया है। रोज कचरा फेंकने, गंदगी करने, अमानक प्लास्टिक मिलने, दीवारों पर विज्ञापन लगाने वालों से स्पॉट फाइन की राशि वसूली जाती है। यह आंकड़ा भी प्रतिवर्ष लाखों में पहुंच जाता है।
इससे कमाए लाखों रुपए
निगम ने संपत्ति का गलत ब्योरा देने वालों से भी वसूली का तरीका ढूंढ़ निकाला है। गलत संपति व बगैर अनुमति निर्माण पाए जाने पर उसका कम्पाउंडिंग खर्च वसूल लिया। इस वित्तीय वर्ष में कंपाउडिंग कार्य से निगम को 25 से 27 लाख रुपए की कमाई हो चुकी है।