इंदौर। यूजी-पीजी फर्स्ट ईयर में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी कालेज पसंद नहीं आने पर संस्थान बदल सकते हैं। पहली बार उच्च शिक्षा विभाग ने यह व्यवस्था छात्र-छात्राओं को दी है। निर्देश जारी करते हुए विभाग ने विद्यार्थियों से कालेज से ट्रांसफर लेने का उचित कारण बताने को कहा है। वहीं कालेजों से एडमिशन ट्रांसफर करवाने के बाद रिक्त सीटों पर प्रवेश देने पर विचार होने लगे हैं। कालेजों की मांग पर विभाग खाली सीटों को भरने को लेकर कालेज लेवल काउंसलिंग का अतिरिक्त चरण रख सकता है। इसके लिए मुख्यालय पर वरिष्ठ अधिकारी मंथन करने रहे हैं। अगले कुछ दिनों तक फैसला आ सकता है। हालांकि, सीएलसी राउंड के लिए दो या तीन दिन का समय विद्यार्थियों को मिल सकता है।
बीए, बीकाम, बीएससी, एमए, एमकाम और एमएससी फस्र्ट ईयर में प्रवेश प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। प्रवेश लेने वाले कुछ विद्यार्थी अपना कालेज बदलना चाहते हैं। इसके लिए पूरे प्रदेश से हजारों विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। अब विभाग ने कालेज पसंद नहीं आने पर विद्यार्थियों को दूसरे संस्थान में एडमिशन ट्रांसफर करवाने की अनुमति दी है। 20 अक्टूबर तक लिखित आवेदन कर छात्र-छात्राएं दूसरे स्थानों से अपने कोर्स पूरा कर सकते हैं। ऐसे में कालेजों ने भी विभाग को चि_ी लिखी है, जिसमें उन्होंने गुहार लगाई है कि पहले ही कालेजों में सीटें रिक्त हैं। एडमिशन ट्रांसफर होने से कई सीटें और खाली होंगी। इसके चलते विभाग इन सीटों पर प्रवेश देने के लिए काउंसलिंग का अतिरिक्त चरण दे। प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों से कालेजों ने शासन से यह मांग की है, क्योंकि केंद्रीय व राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय में अभी तक प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। इसे देखते हुए विभाग ने सीएलसी का अतिरिक्त चरण देने पर विचार शुरू कर दिया है।
20 अक्टूबर के बाद सीएलसी पर विचार - सूत्रों के मुताबिक, कुछ अधिकारियों की इच्छा है कि नवंबर से पहले तीन दिन के लिए लिंक खोली जाए। इस दौरान जिन भी विद्यार्थियों को अपने पसंदीदा कालेज में प्रवेश लेना है तो वे आवेदन कर दें। मगर अभी वरिष्ठ अधिकारियों ने हरी झंडी नहीं दी है। अधिकारियों का कहना है कि 20 अक्टूबर के बाद सीएलसी को लेकर विचार किया जाएगा।
इंदौर
फर्स्ट ईयर के विद्यार्थियों के कालेज बदलने के बाद रिक्त सीटों पर फिर हो सकेगा प्रवेश
- 12 Oct 2022