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इंदौर

बैकलाग-नियमित शिक्षकों की भर्ती सालभर बाद भी नहीं, अतिथि विद्वानों के भरोसे विभाग

  • 06 Sep 2022

विश्वविद्यालय ने आवेदनों की स्क्रूटनी तक नहीं करवाई, 15 विभागों में 100 अतिथि शिक्षक रखे
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के विभागों में शिक्षकों की भारी कमी है। मगर भर्ती प्रक्रिया काफी धीमी चल रही है। सालभर बीतने के बावजूद प्राप्त आवेदन की स्क्रूटनी तक विश्वविद्यालय नहीं करवा पाया है। ऐसी स्थिति में विभागों को अतिथि विद्वानों को रखना पड़ रहा है। ताकि नया सत्र शुरू होते ही विद्यार्थियों की कक्षाएं नियमित लग सके। पिछले दो महीनों में दर्जनभर अध्ययनशालाओं ने इन पदों पर शिक्षकों की भर्ती की है। अधिकारियों के मुताबिक लगभग 100 से अधिक शिक्षकों को पढ़ाने का मौका दिया है।
आइएमएस, ईएमआरसी, ला, पत्रकारिता, तुलनात्मक भाषा, फिजिक्स, केमेस्ट्री सहित 28 विभागों में 190 पद रिक्त है, जिसमें नियमित-स्ववित्त शिक्षक शामिल है। 2009 के बाद विश्वविद्यालय ने बीते साल बैकलाग पदों से भर्तियां शुरू की।14 विभागों में खाली पड़े 47 बैकलाग पद पर जुलाई 2021 में आवेदन मंगवाए थे, जो 22 अगस्त 2021 तक 400 शिक्षकों ने बायोडाटा भेजा। मगर प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी। महीनों इंतजार करने के बाद विश्वविद्यालय ने मार्च 2022 में 45 नियमित पदों को भरने का विज्ञापन निकाला।
मई तक आवेदन प्राप्त हुए। मगर बैकलाग और नियमित पदों के लिए आए 700 से ज्यादा आवेदनों की स्क्रूटनी अभी तक नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया को लेकर विश्वविद्यालय पर काफी दवाब है। इस वजह से अधिकारी थोड़ी कम दिलचस्पी दिखा रहे है। कुलसचिव अनिल शर्मा ने कहा कि बैकलाग और नियमित शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अक्टूबर से शुरू करेंगे। वैसे इन दिनों अतिथि विद्वान अलग-अलग विभागों में रखे है।
दो महीने चली प्रक्रिया
शिक्षकों की कमी झेल रहे विश्वविद्यालय के पंद्रह विभागों ने विजिटिंग फैकेल्टी की भर्तियां की है, जिसमें डाटा साइंस, फिजिकल एजुकेशन, इंस्टूमेंटेशन, इकानोमिक्स, स्टेटेटिक्स, पत्रकारिता, ईएमआरसी, एनर्जी, आइएमएस, आइआइपीएस, दीन दयाल उपाध्याय केंद्र, बायोटेक्नोलाजी, फिजिक्स, सोशल साइंस, लाइफलाग लर्निंग शामिल है। जुलाई से अगस्त के बीच इन विभागों ने 100 से ज्यादा शिक्षकों को रखा है। इन्होंने विभागों में पढ़ाना भी शुरू कर दिया है।
बड़े विभागों में स्थिति खराब
विश्वविद्यालय के बड़े विभागों में स्थिति काफी खराब है। यहां लगातार शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे है। पढ़ाने वाले शिक्षकों कमी है, जिसमें आइएमएस, आइआइपीएस, आइईटी जैसे बड़े विभाग शामिल है। इन विभागों में 80-90 शिक्षकों को अतिथि विद्वान पर रखा है। इन्हीं शिक्षकों के भरोसे विभाग चल रहे है।
नवंबर में शुरू होगा नया सत्र
कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) में देरी के चलते विश्वविद्यालय का एकेडमी कैलेंडर बिगड़ा गया है। अभी तक परीक्षाएं खत्म नहीं हुई है। काउंसलिंग में भी समय लगेगा। विश्वविद्यालय के अधिकारियों के मुताबिक नवंबर से पहले सत्र शुरू नहीं होगा। अधिकांश शिक्षकों को फस्र्ट सेमेस्टर के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए रखा है।