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इंदौर

बंदूकों से जंगलों की रक्षा नहीं हो सकती

  • 17 Aug 2022

लटेरी में हुई घटना के विरोध में इंदौर, महू रेंज के वनकर्मियों ने अपनी बंदूकें वनमंत्री को सौंपी थी
इंदौर। लटेरी की घटना को लेकर इंदौर के वन कर्मियों ने मंगलवार को राज्य के वन मंत्री विजय शाह के सामने अपना विरोध जताया। मंगलवार को अधिकांश वन मंडल में वन कर्मियों ने अपने अपने हथियार वरिष्ठ अफसरों को सौंपे। इंदौर वन मंडल में वन मंत्री विजय शाह पहुंचे, जहां इंदौर मानपुर और महू रेंज के वन कर्मियों ने अपने-अपने हथियार उन्हें सौंपे। मगर वन मंत्री ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लटेरी की घटना को लेकर चर्चा करने का आश्वासन दिया। साथ ही पूरे मामले में मजिस्ट्रेट जांच आने तक कार्यवाही नहीं करने की बात कही है। वहीं वन कर्मियों के अधिकारों को बढ़ाने पर जोर दिया है।
वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि वन कर्मियों की जिम्मेदारी मेरी और सरकार की है। हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि उन्हें कोई परेशानी न हो। यदि उन्हें कोई परेशानियां हैं भी तो उन्हें दूर किया जाएगा। लटेरी मामले में न्यायिक जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। इन वन कर्मियों के पास जो विशेष बंदकें हैं, वह हमारी ही सरकार ने 2007 में लाई थी।
विजय शाह ने कहा कि जो वनकर्मी अपनी सुरक्षा के लिए बंदूक का लाइसेंस लेना चाहता है, वह आवेदन कर सकता है। उसे एक महीने के अंदर लाइसेंस मिलेगा। हालांकि, मेरा मानना है कि केवल बंदूकों के सहारे सुरक्षा नहीं हो सकती। बंदूकें केवल आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों में भय उत्पन्न करने के लिए है, लेकिन अब इनके हौसले भी बुलंद हो गए हैं। इनसे निपटने के लिए हम जल्द ही रणनीति बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि वन बल को सक्षम बनाना हमारा कर्तव्य है, इसलिए इन वनकर्मियों को बंदूकें दी गई हैं। हालांकि, इसका ध्यान रखा गया है कि इनकी बंदूक से आम जनता को परेशानी ना हो। साथ ही कोई आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति इन वन कर्मियों के साथ बदसलूकी न करें, इसलिए उन्हें यह हथियार दिए गए हैं।