इंदौर। चिडिय़ाघर से गायब हुआ तेंदुआ के बारे में वन मंडल बुरहानपुर द्वारा मेडिकल रिपोर्ट में दी गई जानकारी पर सवाल उठ रहे है। दोबारा की जांच में सामने आया की जिस तेंदुआ को मादा बताया जा रहा था वह नर है। उम्र जहां 10 से 12 माह बताई गई वह भी छह माह है। इसके अलावा इसमें उसके पिछले पांव की चोट को सामान्य बताते हुए उस पर से स्किन निकलना कहा था जो कि कमर के निचले हिस्से से लकवाग्रस्त है।
ऐसे में उसका प्राणी संग्रहालय से दो किलोमीटर दूर नवरतन बाग बिना किसी कैमरे में कैद हुए पहुंचना मुश्किल बताया जा रहा है। इसके अलावा तेंदुआ के शरीर पर अन्य घाव नहीं है। छह दिन अगर वह इस क्षेत्र में लापता रहता तो कम उम्र का तेंदुआ कुत्तों के हमले का शिकार भी हो सकता था। हालांकि उस पर किसी तरह के हमले के कोई निशान नहीं है। अब उसकी सेहत में सुधार हो रहा है। निढाल तेंदुआ अब अपने अगले पंजों पर उठकर गुर्रा रहा है।
वन विभाग और चिडिय़ाघर की लापरवाही में गायब तेंदुआ मंगलवार को छह दिन लापता रहने के बाद मिल गया था। मंगलवार की सुबह सीधे नवरतनबाग स्थित वन विभाग के दफ्तर में दिखाई देने के बाद उसे दोबारा रेस्क्यू किया। तेंदुआ चिडिय़ाघर कैसे पहुंचा इसके लिए कैमरों के फुटेज देखे जा रहे है। तेंदुआ को पिछले बुधवार को रात नौ बजे चिडिय़ाघर लाया था। उसके गायब होने की जानकारी अगले दिन गुरुवार को मिली थी। इसके बाद रविवार तक तेंदुआ को चिडिय़ाघर में खोजा गया। इसके बाद सोमवार को चिडिय़ाघर के बार सर्चिंग की गई। तेंदुआ मंगलवार को वन विभाग के गेस्ट हाउस के पास मिला।
इंदौर
मामला तेंदुए के लापता होने का ... वन विभाग द्वारा रेस्क्यू किए गए तेंदुआ के मेडिकल रिपोर्ट पर उठ रहे सवाल
- 09 Dec 2021