मां साइबर अपराधो के प्रति जागरुक रहकर अपने व परिवार के लिए बन सकती है, डिजीटल कॉप
इंदौर। पुलिस द्वारा साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में आज अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर एवं पुलिस टीम के द्वारा इनमो इंदौर मॉम्स ग्रुप्स के साथ मिलकर रीगल चौराहा स्थित पुलिस सभागृह मे इंदौर की मॉम्स मे साइबर अपराधो के प्रति जागरुक करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे लगभग 150 मॉम्स ऑफलाईन व 5 हजार से अधिक मॉम्स तथा बालक व बालिकाए ऑनलाईन इस कार्यक्रम मे सम्मिलित हुई।
साइबर अवेयरनेस के तहत रीगल चौराहा स्थित पुलिस सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने, अपनी 220 वीं कार्यशाला के दौरान वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों और इनसे बचने के तरीकों को बताते हुए, उन्हें पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की शिकायतों की केस स्टडी के आधार पर, विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड और सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों की जानकारी दी। उन्होंने सभी से कहा कि हम सभी दिन प्रतिदिन इन नई-नई तकनीकों से रूबरू हो रहे है, लेकिन जल्दबाजी में इसमें ध्यान रखने वाली सावधानियों पर ध्यान नहीं देते है और यही इन साइबर अपराधियों के लिए सबसे बड़ा मौका बन जाता है। इन खतरों से बचने का एकमात्र समाधान जानकारी और जागरूकता ही है। इस दौरान उन्होने बताया कि घर की माँ यदि साइबर अपराधो के प्रति जागरुक रहेंगी तो वो अपने व परिवार के लिए डिजीटल कॉप बन सकती है, तथा अपने परिवार को साइबर अपराधो से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
इंदौर
मम्मियों के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
- 29 Apr 2024