वैसे ही नया साल हो
जैसे हर सुवह बीत जाती रात हो..
जैसे अश्कों के बीच मुस्कराते हमारे जज्बात हो..
जैसे प्रतिरोधों में हौसलों का साथ हो
जैसे हर टूटन के बाद उमंग का ख्वाब हो
वैसे ही नया साल हो
शब्द पुष्प
वैसे ही नया साल हो
- 23 Jan 2021
वैसे ही नया साल हो
जैसे हर सुवह बीत जाती रात हो..
जैसे अश्कों के बीच मुस्कराते हमारे जज्बात हो..
जैसे प्रतिरोधों में हौसलों का साथ हो
जैसे हर टूटन के बाद उमंग का ख्वाब हो
वैसे ही नया साल हो
© 2019, डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट | सर्वाधिकार सुरक्षित