इंदौर। प्रदेश की परिवहन विभाग की सेवाओं को वाहन पोर्टल पर शिफ्ट कर अत्याधुनिक सेवा देने का दावा करने वाले परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। ताजा मामले में वीआइपी नंबरों की नीलामी में नई सीरीज के नंबरों का लोग इंतजार कर रहे है और विभाग ने उसके नंबर ही आनलाइन नहीं किए है, जबकि उसके सामान्य नंबर डीलरों से दिए जा रहे है। बताया जा रहा है आपसी समन्वय नहीं बन पाने के कारण ऐसा नहीं हुआ है।
प्रदेश में वाहनों को नंबर देने की तीन व्यवस्था है। पहली व्यवस्था में आवेदक जिसे कोई वीआइपी या पंसदीदा नंबर नहीं चाहिए होता है। उन्हें कम्प्यूटर नंबर अलाट कर देता है। यह सामान्य नंबर होते है। दूसरी व्यवस्था पंसदीदा नंबर की होती है, जिसमें व्यक्ति अपना पंसदीदा नंबर ले लेता है। इसके लिए उसे विभाग में 5100 रुपये देना होते है। तीसरी व्यवस्था वीआइपी नंबर की होती है, जिसके लिए बोली लगती है और अधिक कीमत देने वाले को नंबर मिलता है। इस बार सोमवार से शुरू हुई नीलामी में वाहनों की नई सीरीज एमपी 09 जेडसी के वीआइपी नंबर डाले जाने थे, लेकिन अब तक उन्हें नीलामी में डाला ही नहीं गया है।
बताया जा रहा है कि इस संबध में एनआइसी के अधिकारियों से चर्चा हो गई है। इसके बाद भी नंबर डाले नहीं गए है। इधर इसी का असर है कि बुधवार को नीलामी के तीसरे दिन तक केवल चार नंबरों पर बोली लगी है। इसमें भी किसी नंबर पर दो दावेदार नहीं है। कल गुरुवार को नीलामी का आखिरी दिन है, इससे उम्मीद है कि इस बार नीलामी में कम नंबर ही बिकेंगे। अधिकारियों का कहना है बात हो गई थी। वीआइपी नंबर किसी तकनीकी गडबड़ी से नहीं डल पाए है।
इंदौर
वाहन पोर्टल में लापरवाही जारी, नई सीरीज के वीआइपी नंबर ही नहीं किए लोड
- 08 Sep 2022