पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए अब तक 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले
इंदौर। हिंदू संगठन से जुड़े पदाधिकारियों की पैरवी करने वाले वकील अनिल नायडू को धमकाने वाले बदमाशों का 14 दिन बाद भी पता नहीं चला। पुलिस 150 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल चुकी है। 25 से ज्यादा अपराधियों की फुटेज से शिनाख्त करवाई जा चुकी है। अब पब्लिक स्विच्ड टेलीफोन नेटवर्क (पीएसटीएन) डाटा से उन संदेहियों के नंबर छांटे जा रहे हैं जो नंदलालपुरा और संजय सेतु पर मौजूद थे।
रूपराम नगर निवासी जिला कोर्ट के वकील अनिल नायडू को बाइक सवार दो बदमाशों ने 4 फरवरी को धमकाया था। आरोपितों ने हिंदू संगठन के लोगों की पैरवी करने और मुस्लिम संगठन से जुड़े लोगों की जमानत का विरोध करने पर उदयपुर कांड (सर काटने) दोहराने की धमकी दी और फरार हो गए। कोतवाली टीआइ मनोज मेहरा के मुताबिक, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से कडिय़ां जोड़ीं तो पता चला कि दोनों सदर बाजार की तरफ भागे हैं। इसके बाद पुलिस ने जूना रिसाला, रामगंज जिंसी और बड़वाली के 25 से ज्यादा संदेहियों को बुलाया, लेकिन किसी का सीसीटीवी फुटेज से मिलान नहीं हुआ। पुलिस ने अब पीएसटीएन डाटा खंगाल रही है। साइबर सेल की मदद से संदेही नंबरों की पहचान की जा रही है।
पुलिस को दो युवकों के सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे हैं, जिसमें वे गुलाबी रंग के वस्त्र पहने हुए थे। पुलिस ने फुटेज के आधार पर संदेहियों को थाने बुलाया और फुटेज सामने रख उनके नाक-नक्श मिलाए। घटना के वक्त कहां थे, इसकी तस्दीक की। कथन में झूठ तो नहीं बोल रहे इसकी भी पुष्टि करवाई। इस तरह करीब 25 संदेहियों से पूछताछ कर ली गई। गूगल लैंस की मदद से बाइक के आधे अधूरे नंबरों में सीरिज ढूंढने का प्रयास किया गया। इंटेलिजेंस अफसरों ने पीएफआइ से जुड़े संदेहियों की लोकेशन निकाली जिन पर इस प्रकार की गतिविधियों की आशंका है।
टीआई के मुताबिक, साइबर एक्सपर्ट की मदद से नंदलालपुरा और संजय सेतु से पीएसटीएन डाटा एकत्र किए गए हैं। इससे यह पता लगाया जा रहा है कि उस वक्त दोनों स्थानों के मोबाइल टावर से किस-किस के नंबर चल रहे थे। उन नंबरों में से संदेही नंबरों को छांटा जाएगा। पुलिस ने दोनों स्थानों से लाखों नंबरों का डाटा एकत्र किया है।
इंदौर
वकील को धमकाने वाले नहीं आए हाथ
- 18 Feb 2023